ढाई साल बाद भी नहीं शुरू हुआ जोशीमठ का पुनर्वास, संघर्ष समिति ने दी आंदोलन की चेतावनी
ज्योतिर्मठ, 12 सितम्बर (कपरूवाण)। भूधसाव प्रभावित जोशीमठ में आपदा के ढाई वर्ष बाद भी धरातल पर पुनर्वास व ट्रीटमेंट कार्य शुरू न होने से स्थानीय लोग एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में हैं। प्रभावित परिवारों के भविष्य को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच शुक्रवार को जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
ज्ञापन में समिति ने आपदा पीड़ितों की समस्याओं को तत्काल दूर करने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कदम नहीं उठाए गए तो प्रभावित परिवार नए आंदोलन के लिए विवश होंगे।
समिति की ओर से मांग की गई कि—
- आपदा के कारण हुए व्यावसायिक एवं आर्थिक नुकसान की भरपाई की जाए।
- प्रभावितों के पुनर्वास के लिए भूमि चयन शीघ्र किया जाए।
- व्यावसायिक भवनों, राजीव/प्रधानमंत्री आवास, परंपरागत भवनों, टिन शेड, होमस्टे एवं अन्य लंबित मामलों का निस्तारण कर भुगतान किया जाए।
- आवासीय निर्माण के लिए समान नीति बनाई जाए।
- जोशीमठ के स्थरीकरण व सुरक्षा कार्यों को तत्काल शुरू किया जाए।
संघर्ष समिति का कहना है कि ढाई वर्ष बीतने के बावजूद प्रभावित परिवार अभी तक पुनर्वास और मुआवजे की प्रतीक्षा में हैं।
ज्ञापन पर समिति अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूड़ी, कोषाध्यक्ष संजय उनियाल, कुशला नन्द डिमरी, सभासद प्रदीप पंवार, दीपक साह, सौरभ राणा, दीपक टमटा, करण सिंह, सतीश डिमरी, ऋतिक राणा, हरीश लाल, बसंत लाल आदि ने हस्ताक्षर किए।
