सरकार के करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी जौरासी-तोणजी मोटर मार्ग की दुर्दशा नहीं सुधरी
–पोखरी से राजेश्वरी राणा–
करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद कार्यदायी सस्था एन पी सी सी की लापरवाही के कारण जौरासी तोणजी मोटर मार्ग खस्ताहाल स्थिति में है और लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं ।
जान जोखिम में डाल कर इस मार्ग आवागमन कर रही क्षेत्रीय जनता और जन प्रतिनिधियों जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन के माध्यम से कहा कि ग्रामीणों की मांग पर 2012 में 9 ,65 कि मी जौरासी- तोणजी मोटर मार्ग स्वीकृत हुआ था तथा प्रथम फेज के सड़क निर्माण की जिम्मेदारी पीएमजीएसवाई पोखरी को सौंपी गयी थी। लेकिन कार्यदायी संस्था द्बारा केवल 7,5 कि मी सड़क मार्ग का निर्माण किया गया और बाकी सड़क का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ा गया । सड़क निर्माण के समय पानी निकासी के लिए नालियां और स्कवर नहीं बनाये गये ,पुस्ते नहीं लगाये गयेऔर् नालियों का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ा गया ।
सड़क निर्माण के समय ग्रामीणों के खेत काटे गये लेकिन आज तक ग्रामीणों को उनके खेतों का मुआवजा नहीं दिया गया। इसके बाद सरकार द्बारा द्बितीय फेज के निर्माण की जिम्मेदारी एन पी सी सी को सौंपी गयी। जिसमें दीवारों, काजवे और स्कवरो का निर्माण कार्य तथा डामरीकरण किया जाना था। लेकिन करोड़ों रुपये का भुगतान होने पर भी जौरासी तोणजी मोटर मार्ग की स्थिति खस्ताहाल बनी हुई है । डामरीकरण तो रहा दूर की बात काजवे, स्कवरो और दीवारों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है । वर्षात का पानी गांव में घुस जाता है । जिससे पूरी ग्राम सभा के अस्तित्व को भी खतरा बना हुआ है । थोड़ी सी वारिस होने पर मार्ग अवरूद्ध हो जाता है । सड़क मार्ग जानलेवा होने के कारण ग्रामीण हर रोज जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है ।
ग्रामीणों ने प्रशासन से कार्यदायी संस्था एन पी सी सी के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कर सड़क मार्ग की खस्ताहाल स्थिति ठीक कराने की मांग की है जिससे ग्रामीणों को आवागमन में सहुलियत हो वरना ग्रामीण कार्यदायी संस्था के खिलाफ तहसील मुख्यालय पोखरी में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी । ज्ञापन भेजने वालों में सहकारी बैंक के पूर्व जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह नेगी, प्रधान मुकेश नेगी, सुबेदार मातवर नेगी आदि लोग शामिल हैं ।