सॉफ्ट स्किल का करियर में महत्वपूर्ण रोल
–प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
रोजगार के लिए उम्मीदवारों के चयन पर विचार करते समय नियोक्ता सॉफ्ट स्किल्स को सबसे महत्वपूर्ण मापदंड के रूप में देखते हैं। सभी संकायों के छात्रों के लिए सॉफ्ट स्किल्स की कमी को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। सॉफ्ट स्किल्स परस्पर संवाद, जॉब और करियर की संभावनाओं को बढ़ाते हैं। इस प्रतिस्पर्धा युग में कॉर्पोरेट दुनिया में सॉफ्ट स्किल्स एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। सॉफ्ट स्किल्स का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को रोजगार उन्मुख बनाने के साथ-साथ उन्हें सस्टेनेबल करियर बनाने में भी मदद करता है। कॉर्पोरेट वर्ल्ड के लिए तैयार पेशेवर बनाने के उद्देश्य से तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय ने सेंटर फॉर टीचिंग, लर्निंग एंड डवलपमेंट-सीटीएलडी की ओर से नॉक ऑन इफेक्ट वर्कशॉप का आयोजन किया ताकि विश्वविद्यालयों के छात्रों को उनके पर्सनल, प्रोफेशनल और सोशल लाइफ में सशक्त बनाया जा सके।
छात्रों और कॉलेज के प्राचार्यों के विशेष अनुरोध पर सीटीएलडी की आयोजित इस कार्यशाला में कॉलेज ऑफ नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, पैरामेडिकल, फार्मेसी, और एजुकेशन आदि सभी कॉलेजों के 700 से अधिक विभिन्न संकायों के छात्रों ने भाग लिया। वर्कशॉप के बाद डिजिटल प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। उल्लेखनीय है, सीटीएलडी में अनुभवी, पेशेवर और विशेषज्ञों की टीम है,जिसमें सॉफ्ट स्किल्स, वर्बल एबिलिटी, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड के ट्रेनर्स समय समय पर विभिन्न इवेंट्स, वर्कशॉप, क्विज कम्पटीशन और वेबिनार में प्रशिक्षण देते हैं। सॉफ्ट स्किल्स का यह प्रशिक्षण मॉड्यूल व्यापक शोध के बाद तैयार किया गया है, जिसमें सॉफ्ट स्किल के महत्वपूर्ण मॉड्यूल्स जैसे कि 21वीं सेंचुरी स्किल्स, क्रिएटिव रिज्यूमे राइटिंग, टीम बिल्डिंग, लीडरशिप, इमेज मैनेजमेंट, और ईमेल/लेटर राइटिंग आदि शामिल हैं। इस वर्कशॉप का आयोजन निदेशक- सीटीएलडी प्रो. आरएन कृष्णिया के नेतृत्व में किया गया, जिसमें श्री दिलीप वार्ष्णेय, श्री अतुल दयाल, श्री रजनीश तिवारी और श्री विपिन चौहान ने बतौर ट्रेनर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्कशॉप का संचालन उत्कृष्टता से किया।