क्षेत्रीय समाचारपर्यावरण

जोशीमठ डिग्री कॉलेज में पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन में शिक्षा, सूचना और संचार की भूमिका पर सेमिनार

ज्योतिर्मठ, 10 फरवरी (कपरूवाण) । राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ के तत्वावधान में सोमवार को *पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन में शिक्षा, सूचना और संचार की भूमिका* विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ राजकीय इंटर कॉलेज ज्योतिर्मठ के सभागार में हुआ।

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिक्षाविद और पूर्व कुलपति श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय ने विषय पर विस्तार के साथ और सरल भाषा में अपना व्यक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को सजग और संवेदनशील करके पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की जा सकती है।

बतौर विशिष्ट अतिथि बोलते हुए ज्योतिर्मठ की नवनिर्वाचित पालिकाध्यक्ष श्रीमती देवेश्वरी शाह ने कहा कि ज्योतिर्मठ हमेशा से ही पर्यावरण चेतना की भूमि रही है और भविष्य में भी इस नगरी के पास देश दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता अतुल सती, टी एच डी सी के अपर महाप्रबंधक जिंतेंद्र सिंह, पत्रकार क्रांति भट्ट, थानाध्यक्ष ज्योतिर्मठ डी.एस. पँवार और प्रेस क्लब चमोली के अध्यक्ष देवेंद्र रावत ने संबोधित किया और इस महत्वपूर्ण विषय पर सामाजिक विमर्श की सराहना की।

महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रीति कुमारी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि यह आयोजन हिमालय और चिपको आंदोलन की धरती पर हो रहा है जो पर्यावरण विमर्श पर मील का पत्थर सिद्ध होगा।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नंदन सिंह रावत ने महाविद्यालय का सारगर्भित परिचय दिया और आयोजन सचिव डॉ. जी. के. सेमवाल ने सभी उपस्थित अतिथियों, गणमान्य व्यक्तियों , शोधार्थियों और प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।

राष्ट्रीय सेमिनार में देशभर से 40 शोधार्थी दो दिनों में अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे और इस समूचे विमर्श को एक रिपोर्ट और पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया जाएगा और महत्वपूर्ण सुझावों/सिफारिशों को *विज़न डॉक्यूमेंट के रूप में* राज्य सरकार को प्रेषित किया जाएगा।

कार्यक्रम के पहले तकनीकी सत्र में डॉ. उदय सिंह रावत ने *पर्यावरण संरक्षण में शिक्षा की भूमिका* पर पीपीटी के माध्यम से सारगर्भित व्याख्यान दिया। दूसरे सत्र में वनस्पति विज्ञानी डॉ. विश्वपति भट्ट ने *जैव विविधता और उसके प्रभाव* पर व्याख्यान दिया। तीसरे सत्र में पत्रकार क्रांति भट्ट ने *पर्यावरण संरक्षण में मीडिया की भूमिका* और डॉ. चरणसिंह केदारखंडी ने *पर्यावरण संरक्षण : केवल संकट या चिंता नहीं वैश्विक आपातकाल* विषय पर शोध पत्र का वाचन किया।

इस कार्यक्रम का कुशल संचालन संस्कृत भाषा के मर्मज्ञ नवीन पंत ने किया।

इस अवसर पर सभासद प्रवेश डिमरी, जयदीप मंद्रवाल, एमजी विद्यालय के प्रधानाचार्य मुरली सिंह राणा, पुष्कर सिंह राणा, कलम सिंह राणा, विवेक काला, महेंद्र पँवार के साथ साथ महाविद्यालय के प्रबुद्ध परिवार से डॉ. नवीन कोहली, डॉ. मुकेश चंद, राहुल तिवारी,डॉ. पवन कुमार, डॉ. रणजीत सिंह मर्तोलिया, किशोरी लाल, डॉ. मोनिका सती, राजेन्द्र सिंह राणा, शैलेन्द्र रावत, डॉ. नेपाल सिंह, राहुल मिश्रा, रणजीत सिंह राणा, रचना, श्रीमती नंदी, जगदीश लाल, थान सिंह , जयप्रकाश , पुष्कर लाल, आनंद सिंह , शिव सिंह, मुकेश सिंह , अजय सिंह समेत नगर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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