तलवाड़ी डिग्री कॉलेज में बौद्धिक संपदा अधिनियम पर सेमिनार आयोजित
-हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट-
थराली, 19 सितम्बर। राजकीय महाविद्यालय तलवाड़ी में बौद्धिक संपदा अधिनियम पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने अधिनियम के तमाम पहलुओं पर चर्चा करते हुए इसकी सफलता के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
तलवाड़ी महाविद्यालय के लालबहादुर शास्त्री सभागार में यूकास्ट के सहयोग से आयोजित सेमिनार का उद्घाटन करते हुए संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा डॉ.आनंद उनियाल ने बतौर मुख्य अतिथि करते हुए कहा कि बौद्धिक संपदा अधिनियम का आधुनिकत के इस दौर में महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने अधिनियम के प्राविधानों पर चर्चा करते हुए कहा कि इस अधिनियम से समाज में कड़ी मेहनत करने वालों को उनकी मेहनत के अनुरूप लाभ मिलता हैं।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि अधिनियम के तहत कॉपी राईट पर चर्चा करते हुए कहा कि अधिनियम के तहत जिस भी वस्तु पर जिस किसी व्यक्ति,समाज, सामग्री पर कॉपी राईट के तहत पंजीकरण हो जाता है, उससे उनको बेहतर लाभ मिलता है। वक्ताओं ने कॉपी राईट एक्ट की जानकारी लेने की अपील कर हुए अपने उत्पादों को हर हाल में इस एक्ट के तहत पंजीकरण किए जाने की अपील की।
इस मौके पर पीजी कॉलेज सोमेश्वर अल्मोड़ा के प्राचार्य डॉ.एचके चतुर्वेदी,यूकास्ट के वैज्ञानिक डॉ. नवीन जोशी ने अपने व्याख्यान दिए। जबकि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.योगेंद्र चंद्र सिंह व आयोजन की संयोजक एवं प्राध्यापक डॉ.नीतू पांडे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए तलवाड़ी जैसे दुरस्त महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेमिनार रखने पर आयोजकों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर डॉ. ललित जोशी, डॉ.शंकर राम डॉ. प्रतिभा आर्या, डॉ.निशा ढौंढियाल, डॉ.सुनिल भंडारी, डॉ.संतोष पंत, डॉ.सुधा राणा, डॉ.जमशेद अंसारी, डॉ.सुनील कुमार आदि ने विचार व्यक्त किए।
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सेमिनार के दौरान संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा आनंद उनियाल ने महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ शंकर राम के द्वारा नई शिक्षा नीति पर लिखि गई पुस्तक जनरल केमिस्ट्री पार्ट सैकिड का विमोचन करते हुए डॉ.शंकर राम की सराहना करते हुए कहा कि पुस्तक छात्र, छात्राओं के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी, निदेशक ने अपेक्षा व्यक्त की कि भविष्य में भी वें पुस्तकों को लिख कर शिक्षा जगत एवं समाज को एक बेहतरीन दिशा देने का प्रयास करेंगे।