जूनियर इंजीनियरों का भारी अकाल, कैसे होंगे थराली PWD के निर्माण कार्य
-हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट-
थराली, अक्टूबर। लंबे समय से कनिष्ठ अभियंताओं की कमी से जूझ रहे निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग थराली में तैनात पांच संविदा कनिष्ठ अभियंताओं की संविदा समाप्त करने के बाद थराली खंड के निर्माण कार्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ने के आसार बढ़ गए हैं।
दरअसल पिंडर घाटी के नारायणबगड़, थराली एवं देवाल विकासखंडों के एक बड़े हिस्से में यातायात संचालन का जिम्मा निर्माण खंड लोनिवि थराली के कंधों पर है, वर्तमान में इस खंड के पास 470 किमी लंबी सड़कों के रखरखाव,90 मोटर एवं झूला पुलों, इलैक्ट्रिक ट्रालियों के रखरखाव के अलावा जिला योजना के तमाम अन्य निर्माण कार्यों के सम्पादन की जिम्मेदारी है। आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील पिंडर घाटी में यातायात संचालन एक चुनौती बनी रहती हैं।बीत चुकी आपदा में आपदा के कारण सड़कों, पुलों को भारी नुकसान हुआ हैं। जिनके पुनर्निर्माण के लिए आगणन गठित किया जाना सुरक्षित यातायात के बेहद जरूरी हैं। अभी भी थराली-पैनगढ़ एवं डुंग्री-रतगांव मोटर सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ें हुए हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक सड़कों के नव निर्माण, वन भूमि पत्रावली बनाया जाना बेहद जरूरी हैं। किंतु पिछले लंबे समय से लोनिवि थराली खंड कनिष्ठ अभियंताओं की भारी कमी से जूझ रहा है।इस खंड में कुल 14 कनिष्ठ अभियंताओं के पद सरकार के द्वारा स्वीकृत हैं। वर्तमान में यहां पर 2 पुराने कनिष्ठ अभियंताओं के अलावा पिछले महीने 6 नए कनिष्ठ अभियंताओं की तैनाती की गई हैं। जबकि यहां पर 5 संविदा जेई तैनात थे। परंतु 5 अक्टूबर को प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष दीपक कुमार यादव के हस्ताक्षरों से जारी आदेशानुसार प्रदेश में काफी संख्या में लोनिवि में संविदा पर कार्यरत कनिष्ठ अभियंताओं की संविदा समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं।जिस का बड़ा प्रभाव थराली डीविजन पर पड़ा है। लंबे समय से यहां पर संविदा पर कार्यरत पांचों अभियंताओं की संविदा समाप्त हो गई हैं। लंबे समय से विभाग में संविदा के तहत कार्य कर रहे अभियंताओं को इस क्षेत्र की भौगौलिक जानकारी के साथ ही निर्माण कार्यों के अच्छे अनुभव का लाभ क्षेत्र को मिल रहा था। संविदा समाप्त होने के बाद इनके चले जाने से अब थराली डीविजन में मात्र 8 ही कनिष्ठ अभियंता कार्यरत रह गये हैं। इनमें से मात्र दो ही अभियंता अनुभवी एवं पुराने हैं, जबकि शेष 6 कनिष्ठ अभियंता पिछले महीने ही सीधी भर्ती के जरिए इस डीविजन में तैनात हुए हैं माना जा रहा है नवनियुक्त अभियंताओं को विभागीय कार्यप्रणाल को सीखने में समय लग सकता हैं। संविदा अभियंताओं के चले जाने का विपरीत प्रभाव पिंडर घाटी में लोनिवि के निर्माण कार्यों पर पड़ना तय माना जा रहा है। जिससे आमजन को काफी दिक्कतें उठानी पड़ सकती हैं।