कांडई में आयोजित भागवत कथा में व्यास ने भगवान कृष्ण की लीलाओं का किया वर्णन
पोखरी, 1 मार्च (राणा)। विकास खण्ड के ग्राम पंचायत काणड ई चंद्रशिला निवासी विनय प्रसाद किमोठी द्बारा अपने स्वर्गीय पिता डाक्टर भास्करानंद किमोठी और स्वर्गीय ताऊ चक्रधर किमोठी के मोक्ष हेतु पित्र मोक्ष हेतू आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा पुराण के 6 वे दिन कथावाचक आचार्य कालिका प्रसाद कुमेड़ी ने श्रोताओं को भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं की कथा सुनाई।
कथावाचक ने कहा कि भगवान कृष्ण ने भक्तों के कल्याण और दुष्टों का सन्हार करने के लिए विभिन्न लीलाएं सम्पन्न की ब्रह्म और जीव के बीच माया का अन्तर है । जीव को माया ब्यापती है और नचाती हैं, जबकि भगवान को माया नहींं ब्यापती और भगवान के इशारों पर माया नाचती हैं । इसलिए जीव को अपने कल्याण के लिए हमेशा वाणी से भगवान की कथाओं का गुणगान करना चाहिए। कानों से भगवान की कथाओं का श्रवण करना चाहिए। आंखों से सब जगह प्रभु की मूर्ति का दर्शन करना चाहिए तथा अपना मस्तक हमेशा भगवान के चरणों मे झुकाना चाहिए तभी उसका कल्याण हो सकता है और वह संसार के प्रपंचों से मुक्त रह सकता है ।
कथा के छठवे दिन बडी संख्या मे दूर दराज के क्षेत्रों और आस पास के गांवों से श्रोता कथा श्रवण हेतु पहुंचे ।
इस अवसर पर कथावाचक आचार्य कालिका प्रसाद कुमेडी, पन्डित मायाराम कुमेड़ी,आचार्य शिव प्रसाद भट्ट, पडित अनिल कुमेडी, आचार्य सुभाष जोशी , आचार्य अंकित पत,कमला देवी किमोठी ,विनय किमोठी, उमा किमोठी, प्रान्जुल किमोठी ,मानसी ,शिवासी आचार्य ,विजय प्रसाद किमोठी , आचार्य रामेश्वर प्रसाद किमोठी, सतेशवर किमोठी, भगवंती प्रसाद किमोठी , सजय किमोठी, मायाराम किमोठी , दिनेश किमोठी, रमेश प्रसाद किमोठी, विष्णु प्रसाद किमोठी, ब्रह्मानन्द किमोठी, जगदीश किमोठी, अनूप किमोठी, अनुसुइया प्रसाद किमोठी, जयप्रकाश किमोठी, देवेन्द्र बर्तवाल, दिगपाल नेगी ,पचम बर्तवाल, मधुसूदन किमोठी, बलवीर सिंह बर्तवाल, बचन सिंह भण्डारी, शिशुपाल राणा, कमल सिंह राणा, लखपत राणा , अनुसुइया सिंह राणा, प्रेम सिंह राणा, अब्बल सिंह राणा, गजेंद्र सिंह राणा , गोविंद सिंह भण्डारी, मुकेश नेगी, गुलाब सिंह भण्डारी, कुवर सिंह राणा, कुवर सिंह भण्डारी, गजेन्द्र नेगी, सहित तमाम परिवार के सदस्य और श्रोता मौजूद थे।