उदयन शालिनी फेलोशिप के छात्र- छात्राओं ने जाने महिलाओं के अधिकार और सीखे आत्मरक्षा के गुर
देहरादून, 29 सितंबर । रविवार को उदयन शालिनी फैलोशिप की छात्राओं में जागरूकता लाने तथा उनका आत्मविश्वास एवं आत्मबल बढ़ाने हेतु महिला अधिकारों तथा आत्मरक्षा विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई।
इस संबंध में जानकारी देते हुए उदयन शालिनी फैलोशिप देहरादून के संयोजक विमल डबराल ने बताया कि संस्था द्वारा छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु समय समय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहते हैं। इसी क्रम में आज देहरादून की छात्राओं को उनके संवैधानिक एवं कानूनी अधिकारों तथा महिला सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी गई तथा आवश्यकता पड़ने पर आत्मरक्षा के तरीके बताए गए।
संयोजक विमल डबराल ने बताया कि प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता देहरादून बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा पारिवारिक एवं आपराधिक मामलों के सुप्रसिद्ध अधिवक्ता एडवोकेट बिक्रम सिंह ने छात्राओं को महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों के साथ साथ महिला अपराधों से संबंधित विभिन्न कानूनों की विस्तृत जानकारी दी।
साथ ही एडवोकेट बिक्रम सिंह पुंडीर ने महिलाओं की सुरक्षा एवं सहायता हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं तथा प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में भी छात्राओं को विस्तार से समझाया। इसी क्रम में विधि में परास्नातक तथा न्यायिक सेवाओं की तैयारी कर रही एडवोकेट आशिता ने भी छात्राओं को महिलाओं से संबंधित विभिन्न अधिनियमों एवं विनियमों की जानकारी दी। एडवोकेट आशिता ने छात्राओं को विधि क्षेत्र में कैरियर बनाने संबंधी मार्गदर्शन भी दिया।
विमल डबराल ने बताया कि द्वितीय सत्र में छात्राओं को आवश्यकता पड़ने पर आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। इस अवसर पर राष्ट्रीय रैफरी, इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ़ मार्शल आर्ट के संस्थापक व तकनीकी निदेशक तथा वरिष्ठ कोच सिक्स डैन ब्लैक बैल्ट विनीत उनियाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि अकेले होने या खतरा महसूस होने पर भी एक महिला का सबसे बड़ा संबल उसका साहस और मनोबल है और किसी भी परिस्थिति का सामना करने हेतु संघर्ष करने के लिए उन्हें हमेशा तैयार रहना चाहिए।
विनीत उनियाल ने मार्शल आर्ट्स की कुछ सरल किंतु प्रभावी तकनीकों का ब्लैक बैल्ट अभिषेक एवं राष्ट्रीय खिलाड़ी सेजल के सहयोग से प्रदर्शन करते हुए छात्राओं को आत्मरक्षा हेतु तैयार रहने के लिए इनके नियमित अभ्यास की सलाह दी।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ शालिनी देविका गोस्वामी द्वारा किया गया। संयोजक विमल डबराल ने बताया कि कार्यशाला में उदयन शालिनी की कोर कमेटी सदस्य सुमन तिवारी के साथ ही वरुणा, फरहा, शिवानी, निकिता, मुस्कान के साथ ही 150 से अधिक छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।