नवाचारी शिक्षण विधियों पर पोखरी में शिक्षक सेमिनार, उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान
पोखरी, 7 दिसंबर (राणा)। कक्षा-स्तरीय सीखने के प्रतिफलों की प्राप्ति हेतु प्रभावी शिक्षण प्रक्रियाओं पर आधारित शिक्षक सेमिनार 2025–26 का शुभारंभ शनिवार को विकासखंड सभागार पोखरी में किया गया। सेमिनार में क्षेत्र के नवाचारी शिक्षकों ने अपने-अपने रचनात्मक शिक्षण कार्यों और नवाचारों का प्रस्तुतीकरण किया।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय जखमाला, पोखरी की शिक्षिका अनीता राणा ने ‘तकनीकी के साथ सीखना और मजेदार’ विषय पर प्रस्तुति दी।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय सलना की प्रधानाध्यापिका सरिता किमोठी ने ‘प्रारंभिक कक्षाओं में छात्रों की मात्राओं से दोस्ती’ विषय पर अपना नवाचार साझा किया।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुडम की सहायक अध्यापिका आरती बँग्वाल ने ‘गुणन—सरल, रोचक एवं प्रभावी गतिविधियों द्वारा सीखने का प्रयास’ विषय पर प्रस्तुतिकरण दिया।
राजकीय इंटर कॉलेज आली की शिक्षिका लता कोहली ने ‘सृजन से संवेदन तक – कला का सफर’ विषय पर प्रभावशाली प्रस्तुति दी।
राजकीय जूनियर हाईस्कूल गुडम के रविंद्र रावत ने ‘Teaching Speaking English and Skill’ पर अपने विचार साझा किए।
राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विरसण के संदीप सिंह नेगी ने ‘आधुनिक विज्ञान शिक्षण तकनीक एवं गतिविधि आधारित शिक्षण’ पर प्रस्तुति दी।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय क्वीठी के शिक्षक पंकज पांडे ने अबेकस शिक्षण पर अपना प्रेजेंटेशन दिया।
सेमिनार प्रारंभिक शिक्षा विभाग पोखरी एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, चमोली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नवाचारी शिक्षकों को डायट प्राचार्य आकाश शाश्वत, खंड शिक्षा अधिकारी विनोद मटुडा एवं उप शिक्षा अधिकारी कुमारी नेहा भट्ट ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में पैनलिस्ट के रूप में ब्रह्मानंद किमोठी (प्रधानाचार्य, राजकीय इंटर कॉलेज उडामाड़ा) ने शिक्षकों के नवाचारों की सराहना करते हुए कहा कि आधुनिक शिक्षा में तकनीकी बदलावों के साथ शिक्षक नई विधाओं को अपनाकर आगे बढ़ रहे हैं।
डॉ. ओमप्रकाश थपलियाल (प्रधानाध्यापक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय वल्ली खन्नी) ने कहा कि शिक्षा में तकनीक का उपयोग आज अत्यंत आवश्यक हो गया है।
सेमिनार में नव-नियुक्त एलटी शिक्षकों तथा प्राथमिक विद्यालयों के नव-नियुक्त शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। इस अवसर पर राजेंद्र मैखुरी, योगेंद्र बर्तवाल (डायट प्रवक्ता) ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के अब्दुल रहमान एवं कुमारी कल्पना की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन राकेश चंद्र भट्ट ने किया।
