सक्सेस मास्टरी लॉन्ग टर्म प्लान ,शॉर्ट टर्म नहीं
एल्युमिनाई रिलेशन्स सेल- एआरसी की ओर से एल्युमिनाई कनेक्ट प्रोग्राम के तहत दुबई के श्री ऋषि किशोर गुप्ता का ऑनलाइन सारगर्भित संवाद
ख़ास बातें :
- हुऑवे टेक्नोलॉजी , दुबई के एल्युमिनाई ने साझा किए अनुभव
- यूनिवर्सिटी की तरक्की का असली आधार एल्युमिनाई: डॉ. आदित्य शर्मा
- एल्युमिनाई कनेक्ट प्रोग्राम एल्युमिनाई औऱ स्टुडेंट्स के बीच ब्रिज की मानिंद : प्रो. मंजुला जैन
- एल्युमिनाई टीएमयू की वर्तमान उपलब्धियों का अभिन्न अंग: प्रो. निखिल रस्तोगी
मुरादाबाद, 13 नवंबर ( उ हि)।तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. आदित्य शर्मा ने कहा, किसी यूनिवर्सिटी की तरक्की का असली आधार एल्युमिनाई ही है। एल्युमिनाई यूनिवर्सिटी की अनमोल धरोहर है। एल्युमिनाई रिलेशन्स सेल- एआरसी की ओर से ऑनलाइन पुरातन छात्र कनेक्ट प्रोग्राम में डॉ. शर्मा बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर बोल रहे थे। डॉ. शर्मा ने कहा, सक्सेस हासिल करने का लक्ष्य आत्मविश्वास, आत्म-नियंत्रण और अनुशासन से ही संभव है। कार्य कुशलता के बिना आप अधिक सफल महसूस नहीं कर सकते। है। इससे पूर्व पुरातन छात्र श्री ऋषि किशोर गुप्ता का स्वागत करते हुए एआरसी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रो. निखिल रस्तोगी ने इस मेधावी पूर्व छात्र का परिचय कराया। प्रो. रस्तोगी ने कहा, एल्युमिनाई सदा ही टीएमयू की वर्तमान उपलब्धियों और भविष्य की आशाओं का एक अभिन्न अंग हैं। आप किसी कार्य को करने के पश्चात यदि अंदर से सफल महसूस नहीं करते हैं, तो यह आपकी विफलता है। उल्लेखनीय है, श्री ऋषि किशोर गुप्ता तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी से 2004-2006 बैच के एमबीए हैं। श्री गुप्ता वर्तमान में हुवावे टेक्नोलॉजी , दुबई में वाइस प्रेसिडेंट एवं कंट्री मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं । इससे पूर्व वह रिलायंस डिजिटल, हेयर एयरलाइन्स, उषा इंटरनेशनल एवं फिलिप्स इंडिया में बतौर सेल्स ऑफिसर से लेकर केटेगरी हेड तक रह चुके हैं ।
एसोसिएट डीन एकेडमिक प्रो. मंजुला जैन ने कहा, है एल्युमिनाई कनेक्ट प्रोग्राम डिफ़ाइन करता है कि किसी संस्थान के संबंध अपने एल्युमिनाई से कैसे हैं। उन्होंने पुरातन छात्र कनेक्ट प्रोग्राम को एल्युमिनाई और छात्रों के बीच ब्रिज की मानिंद बताया । उन्होंने बताया कि मैं समझ सकती हूँ कि इस तरह के इवेंट को आयोजित करना कितना इंपोर्टेंट है । हुऑवे टेक्नोलॉजी , दुबई में वॉइस प्रेसिडेंट एवं कंट्री मैनेजर के पद पर तैनात तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के पुरातन छात्र- श्री ऋषि किशोर गुप्ता ने बताया कि एमबीए कोर्स करने के बाद सब कुछ एडवर्स दिखायी दे रहा था। श्री गुप्ता ने सक्सेस मास्टरी पाने के लिए खुद को तैयार करने के गुण छात्रों को बताए। उन्होंने बताया कि ऐसा मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ, मास्टरी आपकी भविष्य की सफलता की कुंजी है । उन्होंने अमेरिकी हस्ती स्टीव जॉब को कोट करते हुए कहा, स्टीव जॉब अपने स्किल्स, कार्य, नियम एवं क्या करना है, इन सबमें मास्टर थे, इसलिए वे सक्सेस रहे । उन्होंने बताया कि हमें क्या करना है, क्या बनना है, उसके क्या-क्या स्टेप्स हैं, सक्सेस पाने के लिए सब कुछ पता होना अनिवार्य हैं । उन्होंने इसके लिए एक उदाहरण लिया यदि आप सफल क्रिकेटर बनना चाहते है तो पहले आप गली से खेलना शुरू करके, फिर स्कूल, फिर स्टेट, फिर नेशनल, फिर इंटरनेशनल तक पहुँच सकते हैं। सक्सेस को अचीव करने के लिए कोई शॉर्ट कट मेथड नहीं है। वास्तविकता के लिए हमें सहज ज्ञान युक्त अनुभव विकसित करना होगा । जब हम सारे एफर्ट्स लगाते हैं, तो हमारे अंदर एक अलग ही क्रिएटिविटी आना शुरू हो जाती है, तर्कसंगत विचार आने शुरू हो जाते हैं। उन्होंने बताया , सक्सेस मास्टरी शॉर्ट टर्म नहीं है, यह लॉन्ग टर्म प्लान है । हमें जीरो से लेकर लास्ट तक लगे रहना है, जब तक हम सक्सेस को पा नहीं लेते । साथ ही श्री गुप्ता ने जॉर्ज लिनार्ड का जिक्र करते हुए बताया कि कई तरह के लोग होते है, जैसे – डॉबलर, ऑफ़सेसिव, हैकर्स एवं मास्टर्स । मास्टरी के लिए उन्होंने 6 कमिटमेन्ट बताए – प्रोफेशनल कंपेनटेंसी, सिंगल माइंडेडनेस ऑफ पर्पज, पर्सनल रिस्पांसिबिलिटी, एफेक्टिव कंडक्ट, इंटिग्रेटी, कैरिंग । उन्होंने कहा कि मास्टरी हासिल करने के बाद हैप्पीनेस, पॉवर एवं अचीवमेन्ट मिलती है । श्री गुप्ता ने कर्नल हॉरलेंड सेंडर्स, ऑफ़रा विनफिरि, माइकल जॉर्डन, वॉल्ट डिजनी जैसी संसार की बड़ी हस्तियों का जिक्र करते हुए कहा, इन्होंने अपने जीवन में बहुत रिजेक्शंस का सामना किया था, लेकिन लगातार मेहनत करते हुए सक्सेस पा ही ली । उन्होंने टोनी रॉबिन्सन की बुक अनलिमिटेड पॉवर भी पढ़ने के लिए सभी छात्रों को प्रेरित किया। अंत में सोहन लाल द्विवेदी की पंक्तियों का भी जिक्र करके सभी छात्रों का उत्साहवर्धन भी किया –
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है, चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है। आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
मेहमान छात्र से यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स- जूही जैन, रितिका, वासु जैन, सजल आदि ने सवाल भी पूछे। रितिका ने पूछा कि सफलता पाने के लिए शर्ट टर्म या लोंग टर्म, कौन सा गोल रखना चाहिए। इस पर श्री गुप्ता ने बताया कि सक्सेस मास्टरी के लिए कोई आसान रास्ता नहीं है इसको पाने के लिए लोंग टर्म और कठिन मार्ग को ही अपनाना चाहिए तभी यह स्टेबल रह सकती है, शॉर्ट कट नहीं। पुरातन छात्र कनेक्ट कार्यक्रम के अंत में यूनिवर्सिटी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार- एआरसी, प्रो. रस्तोगी ने टीएमआईएमटी के प्रिन्सिपल प्रो. विपिन जैन, एल्युमिनाई कोऑर्डिनेटर डॉ. सत्येंद्र आर्या , सभी शिक्षकों और विद्वान जनों तथा पूर्व छात्र का ह्रदय से आभार प्रकट किया। । उन्होंने कहा, ऐसे कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर छात्र अपने लक्ष्य को सहजता से अचीव कर सकते हैं।