राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में उत्तराखंड के स्वयंसेवियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन

पोखरी, 24 सितम्बर (राणा)।तमिल विश्वविद्यालय, तंजावुर में 18 से 24 सितम्बर तक आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के राष्ट्रीय एकीकरण शिविर में उत्तराखंड के नौ स्वयंसेवियों ने शानदार प्रदर्शन कर राज्य का नाम रोशन किया। इस शिविर में देशभर के 10 राज्यों से लगभग 200 स्वयंसेवियों ने भाग लिया।
उत्तराखंड टीम की प्रभारी, पीजी कॉलेज नागनाथ पोखरी की डॉ. आरती रावत ने बताया कि प्रतिभागियों में गढ़वाल क्षेत्र से सात और कुमाऊं क्षेत्र से दो स्वयंसेवक शामिल रहे। सप्ताहभर चले इस शिविर में सांस्कृतिक, शैक्षिक, सामाजिक और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को तमिल साहित्य, ऐतिहासिक धरोहरों, रोड सेफ्टी, महिला अधिकारों और अन्य समसामयिक विषयों पर जागरूक किया गया।

स्वयंसेवियों ने सांस्कृतिक वेशभूषा प्रदर्शन, लोक नृत्य, रंगोली, पोस्टर, मेहंदी, लोकगीत, क्विज, माइम, रस्साकस्सी, पौधारोपण और कबड्डी जैसी गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लिया। उत्तराखंड की ओर से मुखौटा नृत्य, झुमेलो, नाटी और कुमाऊनी लोकगीत की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
शिविर के दौरान प्रतिभागियों ने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल वृहदेश्वर मंदिर, तमिल विश्वविद्यालय परिसर तथा ताड़पत्र पांडुलिपियों के संरक्षण केंद्र का भी भ्रमण किया और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से परिचित हुए।
उत्तराखंड से प्रतिभागी स्वयंसेवियों में प्रभात सिंह, गौरव तिलसोला (पीजी कॉलेज अगस्त्यमुनि), कनिष्का दानू, दिया कंडारी (पीजी कॉलेज गोपेश्वर), निकिता (पीजी कॉलेज नागनाथ पोखरी), रिया थपलियाल, सारिका (पीजी कॉलेज कर्णप्रयाग), प्रियांशु भटगरा (एमबीपीजी कॉलेज) और पुष्कर अग्रवाल (श्री साईं शिक्षण संस्थान, जसपुर) शामिल रहे।
समापन अवसर पर शिविर संयोजक डॉ. एस. वीरामणि ने सभी स्वयंसेवियों के उत्साह और प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें प्रमाणपत्र प्रदान किए। यह शिविर विविधता में एकता का जीवंत प्रतीक बना, जिसने विभिन्न राज्यों के युवाओं को एक-दूसरे की संस्कृति से जोड़ने का कार्य किया।
