ग्रामीणों की नगर पंचायत से तौबा, डीएम से बोले हमें हमारा गांव लौटा दो
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 1 फरबरी। नगर पंचायत थराली में सामिल वार्ड नंबर 2 देवराड़ा को नगर पंचायत से हटा कर पुनः ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर देवराड़ा के ग्रामीण ने जिलाधिकारी को उनके गोपेश्वर कार्यालय में जा कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें नगर पंचायत से देवराड़ा को नही हटाएं जाने पर निकाय, लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों का बहिष्कार किए जाने की चेतावनी दी है।
बुधवार को जिलाधिकारी हिमांशु खुराना से मिले देवराड़ा के एक शिष्टमंडल ने एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया है कि देवराड़ा पहले एक ग्राम पंचायत थी जिसे बिना ग्रामीणों की सहमति के ही 2018 में नगर पंचायत थराली में सामिल कर दिया गया। बताया कि इस गांव में 80 प्रतिशत लोग कृषि, पशुपालन के जरिए अपनी आजीविका चलाते हैं और आज भी चला रहे हैं।
इसके अलावा पहले रोजगार गारंटी में कार्य कर वें रोजगार करते आ रहे थे। जोकि नगर पंचायत में सम्मिलित होने के बाद बंद हो गया हैं और ग्रामीणों को रोजगार के लिए भटकना पड़ रहा हैं। बताया कि रोजाना के पुख्ता संसाधन नही होने एवं नगर पंचायत के द्वारा भवन टैक्स सहित अन्य टैक्स ग्रामीणों पर थोपें जा रहें, टैक्स ना दिए जाने पर जन्म प्रमाणपत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल सहित अन्य दस्तावेज नही दिए जाते हैं। बताया हैं कि इस गांव में 300 परिवार निवास करते हैं।
अधिकांश परिवारों की माली हालत ठीक नही है ऐसे में देवराड़ा को नगर पंचायत थराली से अलग कर पुनः ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने की मांग जिलाधिकारी से की हैं।जिस पर जिलाधिकारी ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया। प्रतिनिधिमंडल में देवराड़ा संघर्ष समिति के अध्यक्ष जय शंकर प्रसाद, सरपंच लाल सिंह गुसाईं, बीरेंद्र सिंह,महिला मंगल दल अध्यक्ष गौरा देवी, युवक मंगल दल अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह गुसाईं, सामाजिक कार्यकर्ता हरीश सती, हरेंद्र सिंह आदि शामिल थे।