स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में इंग्लिश लिटरेचर पर राष्ट्रीय बेबिनार का आयोजन
पोखरी, 17 नवंबर (राजेश्वरी राणा )।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में बिभागाधयक्ष डा0 वर्षा सिंह के संचालन में “रिटेलिंग आप मिथ इन इण्डियन इंग्लिश लिटरेचर” पर राष्ट्रीय बेबिनार का आयोजन, किया गया। बेबिनार में उतर प्रदेश , बिहार हरियाणा दिल्ली राजस्थान सहित तमाम राज्यों के प्राध्यापकों , शोधार्थियों तथा स्नातकोततर के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया ।
बेबिनार के मुख्य अतिथि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के अंग्रेजी भाषा के के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डी0 आर0 पुरोहित ने कहा कि भारतीय पुराण विधा का प्रभाव भारतीय अंग्रेजी साहित्य एवं हिंदी साहित्य दोनों में स्पष्ट रुप से देखा जा सकता है । उन्होंने कहा कि धर्मवीर द्धारा रचित हिंदी काव्य नाटक अंधा युग महाभारत युद्ध के अंतिम दिन पर आधारित है । नाटक में बिभिन पात्रो जैसे अश्वथामा, गान्धारी धृतराष्ट्र, संजय, विदुर, युधिष्ठिर ,गूंगा भिखारी , बलराम, कृष्ण इत्यादि को एक नये ढंग से उभारा गया है । बेबिनार में बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुये चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो0 डा0 विकास शर्मा ने कहा कि भारतीय पुराणो बेदो एवं उपनिषदों का प्रभाव भारतीय अंग्रेजी साहित्य के विभिन्न लेखकों जैसे अमीष त्रिपाठी, देवदत्त पटनायक, चित्रा बनर्जी की रचनाओं में स्पषट रुप से दर्शनीय है । साथ ही हिंदी साहित्य में दिनकर द्धारा रचित कीर्ति रश्मिरथी भी इस समय इस संदर्भ में इस संदर्भ में उल्लेखनीय है । इसके साथ ही डॉ0 दर्शन सिंह नेगी, विभागाध्यक्ष गोपेश्वर महाविद्यालय ने भी भारतीय पुराण विद्या एवं वेदों को बहुमूल्य बताया और कहा की आधुनिक मानव को प्राचीन वेदों पुराणों पुराणों तथा उपनिषदों से जीवन को उत्तम ढंग से जीने की प्रेरणा मिलती है। मीणा मिलती है वेबीनार में कार्यक्रम की संयोजिका डॉ0 वर्षा सिंह ने प्राचार्य संदीप कुमार शर्मा के लिए अपना आभार व्यक्त किया और कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में उनका विशेष मार्गदर्शन रहा है। विविन आर मेडा चौहान भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0चमोला, डॉ0 संजीव कुमार जुयाल, डॉ अभय कुमार श्रीवास्तव धमाल, डॉ0 अंजली रावत, डॉ0 आरती रावत, डॉ सुमन लता, डॉ0 सोनी डॉ उपेंद्र चौहान, डॉ0 कीर्ति गिल, डॉ0 शशि चौहान डॉ0 प्रियंका भट्ट, डॉ0 अंजना अनिल कुमार, डॉ0 चंद्र सूत्र हरिओम, डॉ0 प्रेम सिंह राणा, डॉ0 जय सिंह शामिल थे