उत्तराखंड के कुछ हिस्सों से मानसून की वापसी शुरू
देहरादून, 24 सितम्बर । भारतीय मौसम विभाग, देहरादून के जारी 5-दिवसीय जनपद-स्तरीय बुलेटिन में कहा गया है: “दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तराखंड के कुछ हिस्सों से वापस चला गया। कुछ दिनों में कुछ और हिस्सों से वापसी होगी।” बुलेटिन में 24 से 28 सितम्बर तक किसी भी जिले के लिए मौसम चेतावनी (Weather Warning) नहीं दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार यह चरण मानसून के विहीन होने की शुरुआत का संकेत है — जिसका मतलब है कि राज्य में बरसातीन गतिविधियाँ धीमी पड़ जाएँगी और अधिकांश स्थानों पर शुष्क मौसम व साफ़ आसमान बनना शुरू हो जाएगा। 5-दिवसीय तालिका में ‘NIL’ दिखना इस बात की पुष्टि करता है कि अगले कुछ दिनों में तीव्र वर्षा या मौसम सम्बन्धी कोई विशेष खतरा नहीं है।
प्रभाव और सावधानियाँ —
कृषि: जहां धान/कच्ची फसल अभी खेतों में है, किसानों को जल्द से जल्द कटाई-संग्रह का कार्य पूरा करने और फ़सल की सही सुरक्षा पर ध्यान देने का परामर्श दिया जाता है। शुष्क मौसम के चलते हल्की-सी सूखापन की समस्या हो सकती है; इसलिए नमी की निगरानी आवश्यक है।
जल-भंडार व बिजली: बांधों और जलाशयों में जलस्तर घटने का क्रम शुरू हो सकता है — जल प्रबंधन और सिंचाई योजनाओं में समायोजन जरूरी होगा। छोटे जल विद्युत केंद्रों को भी उत्पादन में बदलाव का अनुमान रखना होगा।
पर्यटन और तीर्थयात्रा: साफ़ मौसम से पहाड़ी मार्गों और धार्मिक स्थलों पर यात्रा सुगम रहने की संभावना है; हालांकि रातें ठंडी पड़ने लगेंगी, यात्रियों को मौसम के हिसाब से तैयार रहने की सलाह।
आपदा प्रबंधन: मानसून वापसी से भूस्खलन/जलप्रवाह का तत्काल खतरा घटेगा, पर ऊपरी और ग्लेशियल क्षेत्रों में बहाव व नदियों के पास सतर्कता जारी रहनी चाहिए।
मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि अगले कुछ दिनों में भी प्रदेश के कुछ और हिस्सों से मानसून की वापसी की संभावना बनी हुई है; स्थिति में बदलाव पर विभाग आगे सूचनाएँ जारी करेगा।
