स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में दो दिवसीय उद्यमिता कार्यशाला सम्पन्न
पोखरी, 27 सितम्बर (राणा)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ० अभय कुमार श्रीवास्तव द्बारा दूसरे दिन छात्रों को उनके आइडिया हेतु सूक्ष्म विश्लेषण कर प्रारम्भिक सर्वे की आवश्यकता बताते हुए उद्यम की आवश्यकता पर बल दिया गया । उन्होंने कहा कि किसी उद्योग को शुरू करने के लिए संसाधनों एवं बजट की आवश्यकता होती है ।
कार्यशाला में छात्र प्रवेश भण्डारी ने कीवी उत्पादन, आर्यन ने फूलों का बगीचा, ओम प्रकाश ने ट्रैवलिंग एजेंसी, आयुष असवाल ने होम स्टे, आयुष भण्डारी ने थ्री डी बिल बोर्ड, दीपिका ने हर्बल मेडिसिन, रोहित ने बीयर फैक्ट्री, हिमानी ने दरांती पर मेडिकल किट, अंकित ने जिम, शिवानी ने बायोगैस, गौरव ने कार्तिक स्वामी ट्रैकिंग गाइड एवं फोटोग्राफी, विकास ने कोचिंग सेंटर का आइडिया दिया।
कार्यशाला के मुख्य ट्रैनर कपिल मौर्य ने छात्रों के आइडिया के आधार पर उद्यम हेतु योजना बनाने की आवश्यकता, स्टेप, खर्च, मार्केट के साथ ही विजनेस मॉडल की ऐक्टिविटी, ग्राहक सम्बन्ध-प्रकार तथा उत्पादन में समस्या तथा नयापन के साथ विजनेस स्थापना हेतु सुनियोजित तरीका समझाते हुए छात्रों द्वारा विजनेस मॉडल का प्रस्तुतीकरण किया। छात्रों द्वारा दिये आइडिया में प्रत्येक छात्र का बजट खर्च लगभग 03 लाख से 80 लाख के बीच में था।
उन्होंने बताया कि छात्रों के आइडिया को कमेटी के सम्मुख रखकर छात्रों के व्यापार योजना को उद्यमिता विकास कार्यक्रम द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। डॉ० रेनू सनवाल ने बद्रीनाथ में स्थानीय उत्पादन की आवश्यकता तथा उसे उद्यमिता में बदलने की आवश्यकता पर बल देते हुए अपने विचार रखे।
डॉ० राजेश भट्ट ने सभी प्रशिक्षुकों को उद्यमिता हेतु धैर्य एवं परिश्रम के साथ-साथ उद्यमिता में प्रथम तीन वर्ष महत्वपूर्ण बताये और शुरुआती दौर में व्यापार की बुनियादी स्थापना पर अपना व्याख्यान दिया। पॉलिटेक्निक के प्राध्यापक विकास कुमार ने प्रशिक्षण में छात्रों के धैर्य एवं उत्साह की प्रशंसा की तथा छात्रों के विजनेस मॉडल प्रेरणापरक बताया।
प्राचार्य डॉ० संजीव कुमार जुयाल ने छात्रों के आइडिया की प्रशंसा करते हुए उन्होंने नोडल अधिकारी डॉ० अभय कुमार श्रीवास्तव एवं समन्वयक डॉ० कंचन सहगल, सदस्य डॉ० अनिल कुमार, डॉ० रेनू सनवाल, डॉ० आरती रावत, डॉ० राजेश भट्ट, विक्रम कण्डारी की प्रशंसा की।
कार्यशाला के सफल संचालन पर कपिल मौर्य सहित सभी सदस्यों सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ० अंजलि रावत, डॉ० शाजिया सिद्दीकी, डॉ० केवलानन्द, नवनीत, दीपक, सतीश, विजयपाल, गुलशन, प्रदीप, प्रबल, पॉलिटेक्निक के प्राध्यापक गोविन्द गुप्ता, श्रुति तिवारी एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद थे ।