अब हार्ट डिजिटल डिवाइसेस मानव की नयी दोस्त
खास बातें
- एडवांस डिवाइसेस दिल के रोगों में मरीजों और डॉक्टरों के बीच ब्रिज की मानिंद
- पोस्टर प्रतियोगिता में बीएससी नर्सिंग सेकंड ईयर का ग्रुप वन अव्वल
- नर्सिंग के करीब 200 छात्र-छात्राओं ने लिया गेस्ट लेक्चर में भाग
-प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
तीर्थंकर महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सलभ कुमार अग्रवाल ने बतौर मुख्य अतिथि कहा, कोविड -19 ने हमें सेहत को लेकर मुश्किलों से पार पाना और तमाम बेहतर विकल्प मुहैया कराएं हैं। मेडिकल साइंस और आईटी एक्सपर्ट्स ने हार्ट डिजिटल डिवाइसेस ईजाद की है। यदि यह कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी, डिजिटल डिवाइसेस मानव की नई फ्रेंड है। यह डिवाइस दिल के रोगों में मरीजों और डॉक्टरों के बीच ब्रिज की मानिंद होगी। यह हार्ट डिजिटल डिवाइसेस इंसानों को बार-बार आगाह करेगी, जनाब अब अपने हार्ट डॉक्टर से मिल लीजिएगा। यह दोस्त इंसानों को यह भी गुड न्यूज़ देती रहेगी, दिल तो अभी जवां है। सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सलभ कुमार अग्रवाल कॉलेज ऑफ नर्सिंग में शल्य विभाग की ओर से विश्व ह्रदय दिवस पर थीम-यूज़ हार्ट टू कनेक्ट एवेरी हार्ट पर आयोजित अतिथि व्याख्यान में बोल रहे थे। इससे पूर्व अतिथि व्याख्यान का शुंभारभ मुख्य अतिथि डॉ. सलभ अग्रवाल, कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग के प्रिंसिपल प्रो. श्रीनाथ के. कुलकर्णी, वाइस प्रिंसिपल प्रो. जेसलीन एम, डॉ. सारिका सक्सेना, श्रीमती वीजी गिल एम,श्री जेविन जे सिंह ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। विश्व ह्रदय दिवस पर पोस्टर प्रतियोगिता हुई, जिसमें बीएससी नर्सिंग सेकंड ईयर का ग्रुप वन अव्वल, पीबीएससी नर्सिंग सेकंड ईयर का ग्रुप दस सेकंड, जबकि बीएससी नर्सिंग थर्ड ईयर का ग्रुप छह थर्ड रहा। टीएमयू मेडिकल कॉलेज के एचओडी डॉ. सुधीर कुमार गुप्ता औऱ फाइन आर्ट कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री रविन्द्र देव पोस्टर प्रतियोगिता के जज रहे।
शल्य विभाग की ओर से द पावर ऑफ डिजिटल हेल्थ टू इम्प्रूव अवेयरनेस, प्रीवेंनशन एन्ड मैनेजमेन्ट ऑफ सीवीडी के तहत डॉ. सलभ कुमार अग्रवाल रीसेंट एडवांस इन कार्डियोलोजी के बारे में विस्तार से प्रकाश डालते हुए बोले,आज के दौर में नई तकनीक को समझना जरूरी है। साथ ही बोले, इस बीमारी के बचाव में नर्सो की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। शल्य विभाग के एमएससी सेकण्ड ईयर के छात्र-छात्राओं ने एक ड्रामा भी खेला। इसके माध्यम से दर्शाया गया कि हृदय रोग के क्या-क्या कारण होते हैं ? इन कारणों से कैसे बचा जा सकता है ? इस नाटक में अमित गंगवार, राजेंद्र कुमार, शीतल, नीलेश विल्सन, दिनेश सिंह, पूजा जैन, निशा फातिमा आदि स्टुडेंट्स ने भाग लिया। पोस्टर समेत सभी प्रतियोगिता के विजेताओं को मैडल और सर्टिफिकेट्स देकर सम्मानित किया गया। इस अतिथि व्याख्यान में बीएससी, पोस्ट बेसिक बीएससी और एमएससी के सेकण्ड ईयर के करीब 200 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस मौके पर शल्य विभाग की एचओडी प्रो. जसलीन एम, श्री जितेंद्र सिंह शेखावत, श्री जेविन जे सिंह, श्री नफीस अहमद, मिस ललिता श्री आदि मौजूद रहे।