धर्म/संस्कृति/ चारधाम यात्रा

बधाण की नंदादेवी कीदेवराड़ा से कुरूड़ तक के यात्रा रूट का कार्यक्रम घोषित

 

आगामी 22 दिसंबर को उत्सव डोली देवराड़ा से नंदा सिद्वपीठ कुरूड़ के लिए रवाना होगी। 21 पड़ावों पर रात्रि विश्राम करने के बाद उत्सव डोली आगामी 12 जनवरी को सिद्वपीठ कुरूड़ में विराजमान हो जाएगी

-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-

थराली, 6 दिसंबर।बधाण की नंदादेवी राजराजेश्वरी की उत्सव डोली 6 माह के नंदा सिद्वपीठ देवराड़ा थराली, जिसे नंदादेवी का मामाकोट भी माना जाता है, प्रवास के बाद देवराड़ा से कुरूड़ तक के यात्रा रूट के कार्यक्रम की देवराड़ा से कुरूड़ तक के यात्रा रूट के कार्यक्रम की कमेटी ने विधिवत घोषणा कर दी है।

भादों मास में आयोजित 2023 की श्री नंदा लोकजात यात्रा के बाद नंदा की उत्सव डोली 6 माह के प्रवास पर अपने मामा को देवराड़ा के नंदा सिद्वपीठ के गर्भगृह में विराजमान हो गई थी।यही पर नंदा की पूजा-अर्चना की जा रही थी। अब आगामी 22 दिसंबर को उत्सव डोली देवराड़ा से नंदा सिद्वपीठ कुरूड़ के लिए रवाना होगी। 21 पड़ावों पर रात्रि विश्राम करने के बाद उत्सव डोली आगामी 12 जनवरी को सिद्वपीठ कुरूड़ में विराजमान हो जाएगी। अगले साल एक बार फिर से सिद्वपीठ कुरूड़ से बधाण की नंदादेवी राजराजेश्वरी की वेदनी बुग्याल तक की श्री नंदा देवी लोकजात यात्रा का भादों मास में आयोजन किया जाएगा।देवराड़ा से डोली की विदाई की तिथि की घोषणा के बाद बधाण क्षेत्र में डोली विदाई की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।
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नंदादेवी राजराजेश्वरी मंदिर कमेटी कुरूड़ परगना नंदाक बधाण के अध्यक्ष नरेश गौड़ एवं अध्यक्ष मंदिर कमेटी देवराड़ा भुवन हटवाल ने बताया कि 22 दिसंबर को प्रातः नंदा के उत्सव डोले को विधि-विधान के साथ देवराड़ मंदिर के गर्भगृह से बहार निकाल कर नंदा भक्तों के दर्शन एवं पूजा-अर्चना के लिए नंदा चबूतरे में रखा जाएगा उसके बाद दोपहर में कुरूड़ प्रस्थान की यात्रा शुरू होगी पहले दिन यात्रा दोपहर के भोजन के लिए सुनाऊं गांव पहुचेगी और रात्रि विश्राम के लिए बज्वाड़ गांव पहुचेगी,23 को यात्रा बज्वाड़ से माल होते हुए मेल्ठा,24 को मेल्ठा से देवल होते हुए किमनी,25 को किमनी से ढ़ाल होते हुए नैल,26 को नैल से आदरा होते हुए नोणा,27 को नोणा से बजवाण होते हुए आलकोट,28 को आलकोट से झिझोड़ी होते हुए भटियाणा,29 को भटियाणा से मेटा मल्ला से मेटा तल्ला,30 को मेटा तल्ला से धारबारम होते हुए गैरबारम 31 को गैरबारम से त्यूला होते हुए बमण गांव,1 जनवरी 2024 को बमण गांव से हरमनी होते हुए देवपुरी,2 को देवपुरी से सनेड़ होते हुए ज्यूड़ 3 को ज्यूड़ा से मैदुणी होते हुए खैनोली,4 को खैनोली से स्यूटा होते हुए कंसोल, 5 को कंसोल से नौ गांव होते हुए मरोड़ी, 6 को मरोड़ी से गड़कोट होते हुए हंसकोटी,7 को हंसकोटी से पाली होते हुए बैनोली तल्ली,8 को बैनोली तल्ली से मींग होते हुए पैठाणी,9 को पैठाणी से बनेला होते हुए सिमली,10 को सिमली से नाखोली होते हुए सणकोट ,11 को सणकोट से नंदानगर विकासखंड के बांजबगड़ होते हुए सैंती 12 जनवरी को सैंती से शिव मंदिर नंदानगर में दोपहर के भोजन के उपरांत देर सांय सिद्वपीठ कुरूड़ के मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो जाएग।

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