टीएमयू में काश्तकार को आयुष्मान योजना की सौगात
हर्निया का सफल हुआ जटिल आपरेशन, तीन घंटे तक चला ऑपरेशन,छह साल से था कष्ट
ख़ास बातें :-
- हाॅर्निया में कभी आंत उतरती और कभी अपने आप वापस हो रही थी
- दीगर अस्पतालों की मनाही के बाद अंततः इस उम्मीद के संग आए टीएमयू हॉस्पिटल
- हर्निया में आंत फंसने के कारण आंत सड़ गयी थीं, 250 सेमी काटनी पड़ी छोटी आंत
–प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
तीर्थंकर महावीर हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में 52 साल के मोहम्मद शौकत के पेट का जटिल ऑपरेशन हुआ हैं। इस दुर्लभ ऑपरेशन की सफलता से शौकत और उसके परिजनों के चेहरों पर खुशी है। शौकत को यह सौगात आयुष्मान योजना के तहत मिली है। अमरोहा के हसनपुर निवासी शौकत पेशे से काश्तकार हैैै। काश्तकार शौकत छह साल से हर्निया से पीड़ित था। इस विशाल हाॅर्निया में कभी आंत उतरती और कभी अपने आप वापस हो रही थी, जिसके चलते वह ऑपरेशन को टाल रहा था, लेकिन 16 अगस्त की सुबह ये आंतें हर्निया में उतरीं और अटक गयीं। शौकत का बीपी लो हो गया। हर्निया के चलते लाली और बेइंतहा इतना दर्द हुआ तो उसके परिजन आनन – फानन में तीर्थंकर महावीर हाॅस्पिटल ले आए। दीगर अस्पतालों की मनाही के बाद अंततः इस उम्मीद के संग परिजनों ने टीएमयू अस्पताल का रूख कर लिया। टीएमयू के डाॅ. अविरल गुप्ता और उनकी टीम ने 16 अगस्त की रात को ही इमंरजेंसी में ऑपरेशन का फैसला लिया और यह जटिल ऑपरेशन भी कर दिया। देर रात यह ऑपरेशन करीब 3 घंटे तक चला। ऑपरेशन की इस टीम में डाॅ अविरल गुप्ता के अलावा डाॅ. अभिषेक धवन, डाॅ. नितिन रस्तौगी और आधा दर्जन मेडिकल स्टाफ शामिल था। सर्जरी विभाग के एचओडी प्रो. एनके सिंह ने बताया, हर्निया में आंत फंसने के कारण आंत सड़ गयी थीं। ऐसे में छोटी आंत का लगभग 250 सेमी हिस्सा काटना पडा। इस तरह के मरीजों में छोटी आंत की लंबाई कम होने के कारण शरीर में खाना पचने के संग- संग सेहत से जुड़ी और भी दिक्कतें आती हैं। मरीज 24 घंटे में वेंटीलेटर से बाहर आ गया। अब खानाऔर पानी पच पा रहा है। मरीज का दिल और छाती पूर्ण तरह से ठीक है। हर्निया पूरी तरह गायब हो गया हैं। शौकत और उसकी फैमिली डॉक्टरों की टीम का धन्यवाद करना नहीं भूली हैं।