चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण सुझाव
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देहरादून, 28 फरबरी । पिछले साल चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ ने अब तक के सरे रिकॉर्ड तोड़े वहीँ यात्रियों की मौत का भी एक नया रिकॉर्ड बना. इसलिए आगामी 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से डॉक्टरों की ओर से भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए गया हैं। पिछले साल 3 सौ से अधिक तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हो गयी थी और उनमें 80 प्रतिशत से अधिक मौतें चिकित्सा कारणों से हुयी थीं।
चारधाम यात्रा में समस्त तीर्थ स्थल उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित है, जिनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मी0 से भी अधिक है। उन स्थानों में यात्रीगण अत्यधिक ठण्ड, कम आद्रता, अत्यधिक अल्ट्रा वॉयलेट रेडिएशन, कम हवा का दबाव और कम ऑक्सीजन की मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं। अतः उत्तराखंड सरकार द्वारा सभी तीर्थ यात्रियों के सुगम एवं सुरक्षित यात्रा हेतु निम्न दिशा-निर्देश ( Health Advisory) निर्गत किये गये हैं। श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें।
- पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयां अपने साथ रखें।
- अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा।
तीर्थस्थल पर पहुँचने से पूर्व मार्ग में एक दिन का विश्राम करना उचित होगा। - गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें। हृदय रोग, श्वांस रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें।
- लक्षण जैसे- सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट का होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना, खाँसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर तत्काल निकटतम
- स्वास्थ्य केन्द्र पहुँचें एवं 104 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करें।
- धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
- सनस्क्रीन एस०पी०एफ0 50 का उपयोग अपनी त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए करें । यू०वी किरणों से अपनी आंखों के बचाव हेतु सन ग्लासेस का उपयोग करें।
- यात्रा के दौरान पानी पीते रहें और भूखे पेट ना रहें। लम्बी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम करें। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में व्यायाम से बचें। किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी हेतु 104 एवं एम्बुलैंस हेतु 108 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करेंगे।