जल संस्थान की लापरवाही से गौचर नगर फिर पेयजल संकट में फंसा
–गौचर से दिगपाल गुसाईं की रिपोर्ट —
जल संस्थान के अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते गौचर पालिका क्षेत्र में एक बार पुनः पेयजल का गंभीर संकट पैदा हो गया है।सब जानते हुए भी विभाग के अधिकारी क्यों मौन साधे हुए हैं यह बात किसी के समझ नहीं आ रही है।
हालांकि गौचर पालिका क्षेत्र में पेयजल का संकट गहराना कोई नई बात नहीं है। पालिका क्षेत्र के लिए पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्राकृतिक जल श्रोतों के अलावा करोड़ों रुपए खर्च कर पेयजल लिफ्ट पंप योजना का भी निर्माण किया गया है। यही नहीं हाल ही में पांच सौ लीटर क्षमता का एक नया टैंक भी बनाया गया है।
बावजूद इसके क्षेत्र की जनता को गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। जल संस्थान के अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि फरवरी माह में पेयजल की लाइन के पाइप टूट गए थे। जब इन पाइपों को नहीं जोड़ा गया तो क्षेत्र की जनता ने मुख्य मंत्री ऐप पर इसकी शिकायत करने के बाद चार माह बाद पाइप जोड़ा गया था। अब पुनः उसी स्थान पर पाइप लाइन टूटने से पिछले एक सप्ताह से क्षेत्र वासियों को गंभीर पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। सब जानते हुए भी विभागीय अधिकारी मौन साधे हुए हैं। महिला संगठन की अध्यक्ष उर्मिला धरियाल, पूर्व अध्यक्ष विजया गुसाईं, कंचन कनवासी, मनोरमा गुसाईं, आदि तमाम लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते पेयजल व्यवस्था सुचारू नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।