स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के लिए आप ने स्वास्थ्य मंत्री धनसिंह को जिम्मेदार ठहराया
देहरादून, 31 जुलाई। आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री को अक्षम बताते हुए कहा कि आज मेडिकल साइंस कहाँ से कहाँ पहुँच गया है और उत्तराखंड में आज भी दशकों पुरानी व्यवस्था चल रही है। जिस कारण गर्भवतियां सड़कों और गुसलखानों में बच्चों को जन्म दे रही हैँ।
पार्टी के प्रदेश संयोजक और वरिष्ठ नेता जोतसिंह बिष्ट ने एक बयान में कहा कि मेडिकल साइंस ने इतना विकास कर लिया है कि अब हमारे देश में विशेषज्ञ डाक्टर अपनी जांच के आधार पर यह बताने लगे हैं कि बच्चा कब पैदा होगा और कोई भारी बीमार व्यक्ति कितने समय तक जिंदा रहेगा।
बिष्ट ने कहा कि इतना सब होनेंके बावजूद , उत्तराखंड सरकार और हमारे स्वास्थ्य मंत्री के लगातार अनेक दावों के बावजूद उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का आलम यह है कि आज ही दून मेडिकल कॉलेज में प्रसव कक्ष के बजाय लिफ्ट के बाहर एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
आप नेता के अनुसार गर्भवती महिला शहर में हो या गांव में उनकी देखभाल के लिए हर गांव में एक आशा वर्कर है। ज्यादातर महिलाएं गर्भवती होने पर अपना रुटीन चेकअप करवाते हैं। इसलिए सामान्य तौर पर बच्चे के पैदा होने के अनुमानित समय की जानकारी पहले से ही होती है।
जोतसिंह बिष्ट ने कहा कि लेकिन राज्य की लचर स्वस्थ्य व्यवस्था के कारण हमारे राज्य में गर्भवती महिलाएं लेबर रूम में बच्चे को जन्म देने के बजाय कभी सड़क पर, कभी पुल पर, कभी बाथरूम में, कभी बरामदे में बच्चों को जन्म देने को मजबूर हैं। प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर अधिकांश जिला अस्पताल केवल रेफर सेंटर का काम कर रहे हैं और सरकार कागजी आकड़े जारी करके जनता को गुमराह कर रही है।