पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की बढती कीमतों लेकर कोंग्रेसियों का देहरादून में प्रदर्शन
देहरादून, 7 अक्टूबर (उ हि)। पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की बढती कीमतों तथा लगातार बढ़ती मंहगाई के विरोध में आज कांग्रेसजनों द्वारा प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के आह्रवान पर प्रदेशभर के सभी पेट्रोल पम्पों पर धरना-प्रदर्शनों का आयोजन किया गया।
इसी कार्यक्रम के तहत राजधानी देहरादून में कांग्रेसजनों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए विभिन्न पेट्रोल पम्पों पर विरोध-प्रदर्शन कर पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों को कम करने की मांग की।
यूनिवर्सल पेट्रोल पम्प पर कांग्रेसजनों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के दौरान कांग्रेसजनों द्वारा यू.पी.ए. सरकार तथा वर्तमान भाजपा सरकार के समय तेल की कीमतों के अन्तर को जनता के सम्मुख रखा।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गणेश गोदियाल ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि 2014 से लेकर जून 2021 तक मोदी सरकार ने देश की जनता की गाड़ी कमाई के 85 लाख करोड़ से अधिक रूपये लूटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना काल के पिछले 18 महीनों में पेट्रोल व डीजल के दामों में भारी इजाफा कर महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हुई जिससे वैश्विक महामारी का दंश झेल रही जनता की कमर टूट चुकी है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में 75 प्रतिशत की कमी होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की दरों में बेतहाशा वृद्धि कर आम आदमी की जेब पर डाका डाला जा रहा है।
गणेश गोदियाल ने कहा कि पेट्रोल एवं डीजल के दाम पिछले 120 दिन से लगातार 35 पैसे प्रति दिन के हिसाब से बढ़ाये जा रहे हैं। वहीं अब राहत के नाम पर 2 और 5 रूपये कम कर जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज 34 से अधिक देशों में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम भारत से कम हैं। उन्होने कहा कि पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के लगातार बढ़ते दामों को केन्द्र की भाजपा सरकार की संवेदनहीनता बताते हुए कहा कि अनाज, फल, सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं तथा पहले से मंहगाई से त्राहि-त्राहि कर रही जनता पेट्रोलियम पदार्थों (पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस) की कीमतों में लगातार की जा रही वृद्धि से त्रस्त हो चुकी है तथा अब मंहगाई बर्दास्त करने की स्थिति में नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस शासन में जहां अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 150 डाॅलर प्रति बैरल होनेे के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम काफी कम थे, वहीं वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 70 डाॅलर प्रति बैरल से भी कम होने के बावजूद देश में पेट्रोल के दाम 109 रूपये प्रति लीटर से अधिक तथा डीजल के दाम 100 रूपये प्रति लीटर से अधिक के उच्च स्तर पर हैं। केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के मूल्यों में की गई भारी वृद्धि के कारण गरीब और मध्यम वर्ग के हितों पर चोट पहुँची है। गौरतलब है कि कांगे्रस गठबन्धन की सरकार के समय में रसोई गैस का मूल्य 414 रू0 था जबकि वर्तमान में रसोई गैस का मूल्य 1000 तक पहुॅच गया है। आम जरूरत की चीजों के दामों में विगत 7 वर्षो में कई गुना वृद्धि से आम गरीब व्यक्ति का जीना मुहाल हो गया है।
उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश की जनता अब भाजपा सरकार की इस लूट को बर्दाश्त नहीं करेगी तथा इसके खिलाफ सडकों पर उतर कर संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन के माध्यम से हम केन्द्र की भाजपा सरकार से मांग करते हैं कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कम हुई तेल की कीमतों के मुताबिक देश में भी पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतों में पिछले दो साल में की गई वृद्धि को तुरन्त वापस ले।
प्रदर्शन करने वालों में पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन पृथ्वीपाल चैहान, प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी, नवीन जोशी, डाॅ0 आर.पी. रतूडी, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रभुलाल बहुगुणा, कै0 बलवीर सिंह रावत, मेजर हरि सिंह, शांति रावत, राजेश चमोली, सुरेन्द्र रांगड, यामीन अंसारी, रघुवीर सिह बिष्ट, अमरजीत सिंह, राजेश शर्मा, गरिमा दसौनी, महेश जोशी, अश्वनी बहुगुणा, नागेश रतूड़ी, जगदीश धीमान, नीनू सहगल, आचार्य नरेशानन्द नौटियाल, सुशील राठी, ललित भद्री, दिवाकर चमोली, मनीष नागपाल, अनिल रावत, कमलेश रमन, जसवीर राणा, अमित देवरानी, सत्येन्द्र पंवार, राजीव तोमर, सुलेमान अली, विशाल मौर्य, मदन कोहली, पुनीत कुमार, आदर्श सूद, मोहन काला, मदन लाल, अरूण शर्मा, देवेन्द्र सिंह, डा0 इकबाल, वीरेन्द्र पोखरियाल, दीप बोहरा, मीना रावत, नीना बिष्ट, राहुल शर्मा, लेखराज, महेन्द्र प्रताप नेगी, अनूप कपूर, भूपेन्द्र नेगी, जगदीश चैहान, अभिनव थापर, दिनेश कौशल, सुशान्त बोरा, फारूख, नेमचन्द आदि अनेक कांग्रेसजन शामिल थे।