बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस ने विधानसभा घेराव के दौरान दिखाया दम
गैरसैण, 13 मार्च ।आज बजट सत्र के पहले दिन उत्तराखंड कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष करन महारा के नेतृत्व में भराड़ीसैंण स्थित विधान भवन घेराव के जरिये अपना दमखम दिखाया। चोटिल होने के कारण बद्रीनाथ के कॉंग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी शामिल न हो सके।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समूचे प्रदेश से हजारों की संख्या में कांग्रेस जन प्रातः 11:00 बजे से ही जंगल चट्टी पहुंचना शुरू हो गए । यह जानकारी देते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने बताया की सर्वप्रथम प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा एवं महेंद्र पाल युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
तत्पश्चात उत्तराखंड कांग्रेस का नेतृत्व एवं कार्यकर्ता जंगल चट्टी की ओर अग्रसर हुए। इस दौरान कुमाऊं के कांग्रेस जनों को आठ स्थानों पर और गढ़वाल के कांग्रेस जनों को 12 स्थानों पर पुलिस प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाकर जबरन रोकने का प्रयास किया
इस दौरान पुलिस प्रशासन के साथ कांग्रेस जनों की नोकझोंक भी हुई। महिलाओं के साथ अभद्रता की गई तथा पूर्व विधायक ललित फर्सवान चोटिल हो गए उनके सर पर टांके पर टांके आए हैं यही नहीं महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के कपड़े तक पुलिस के साथ धक्का मुक्की में फट गए।गरिमा ने बताया की मजिस्ट्रेट ने घेराव के दौरान चार हजार कांग्रेस जनों की उपस्थिति की बात कही है ।
महारा ने बताया कि प्रदेश की आज परिस्थितियां बद से बदतर हो गई हैं। ना महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हैं न युवा को कोई रोशनी की किरण नजर आ रही है किसानों की दुर्दशा हो रही है व्यापारी नोटबंदी और जीएसटी से पहले ही परेशान है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी राज्य की वर्तमान सरकार को जनता की सीबीआई जांच की मांग को अनसुना करने के लिए घेरा। रावत ने कहा कि आज गन्ना किसानों का बहुत बुरा हाल है ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि वह अपने बड़े बड़े बंगलों और एसी कमरों से बाहर निकलकर किसानों का जो बकाया भुगतान होना है उस पर भी गौर करे। रावत ने कहा कि आज जिस तरह से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा चयन आयोग पर से प्रदेश के युवाओं का भरोसा और विश्वास उठ रहा है वह प्रदेश के लिए शुभ संकेत नहीं है, अंकिता हत्याकांड में अभी तक वीआईपी का नाम सामने नहीं आया है जिससे दिन प्रतिदिन प्रदेश की जनता में रोष बढ़ता चला जा रहा है।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष गोदियाल ने प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का सरकार पर आरोप लगाया। गोदियाल ने कहा कि राज्य सरकार गरीब जनता पर हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न की अनदेखी कर रही है दिनदहाड़े हत्या बलात्कार डकैती लूट मार इत्यादि घटनाएं बताती हैं कि अपराधियों के मन में सरकार का डर भय इकबाल और रसूख खत्म होता जा रहा है।
कूच के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ,पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा एवं महेंद्र पाल उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी,महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, मनीष खंडूरी, वैभव वालिया ,राजेंद्र शाह ,याकूब सिद्दीकी , पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, ललित फर्सवान,अमरजीत सिंह महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर ,एनएसयूआई अध्यक्ष विकास नेगी, अनुकृति गोसाई, मोहन भंडारी ,शांति प्रसाद भट्ट, महेंद्र गुरुजी,सूरत सिंह नेगी,सतपाल ब्रह्मचारी, जिलाध्यक्षगण कुंवर सजवान, विनोद नेगी, मुकेश नेगी, मनीष राणा, राकेश राणा ,दिनेश चौहान, भगत डसीला, भूपेंद्र सिंह भोज,प्रदीप थपलियाल,उत्तम असवाल,वीरेंद्र कंडारी,वीरेंद्र पोखरियाल ,शीशपाल सिंह बिष्ट,राजीव चौधरी,जसविंदर गोगी मोहित उनियाल राजेश रस्तोगी ,मीना बिष्ट, आशा मनोरमा शर्मा, उर्मिला थापा, आशा टम्टा, शांति रावत, पिया थापा, नवनीत सती,गिरीश पपने ,मुकेश नेगी,हरिकृष्ण भट्ट,वीरेंद्र रावत,अजय रावत, मोहम्मद अकरम, जितेंद्र सिंह,आयुष नेहरा पंकज क्षेत्री,कपिल जोशी इत्यादि मौजूद रहे