अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की जांच अदालत की देखरेख में कराने की मांग को लेकर कांग्रेस का धरना
देहरादून, 7 जून। अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज के देखरेख में सीबीआई से कराये जाने तथा दोषियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग को लेकर आज वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने गांधी पार्क में गांधी जी की प्रतिमा के सम्मुख धरना दिया।
इस असवर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता हत्याकाण्ड मानवता के लिए शर्मसार करने वाला तथा देवभूमि उत्तराखण्ड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना है जिसके लिए दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए जो कि इस प्रकार के अपराध करने वालों के लिए एक नजीर साबित हो।
माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनायें लगातार बढती जा रही हैं। है। भाजपा नेता के रिजार्ट में राज्य की बेटी अंकिता भण्डारी के साथ हुई जघन्य अपराध की घटना के उपरान्त जिस प्रकार रातोंरात सबूत नष्ट करने का काम किया गया उससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार में अपराधियों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हम लोग पीडित के घर गये तथा उनके परिजनों से मिले वे बहुत गरीब लोग हैं इस घटना से उनका पूरा परिवार सदमें में है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस जघन्य हत्याकाण्ड के सबूतों को नष्ट करने का काम किया है। अंकिता हत्याकाण्ड जैसे जघन्य अपराध राज्य में महिला सुरक्षा के लिए गम्भीर चिन्ता का विषय हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंकिता को न्याय दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। परन्तु सरकार के कान में जॅू तक नही रेेंग रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता के पुत्र का रिसॉर्ट होने के चलते राज्य सरकार द्वारा शुरूआत से ही इस जघन्य अपराध की घटना पर पर्दा डालने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार उस वीआईपी नाम छिपा रही है जिसके कारण यह कांड हुआ।
प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता की निर्मम हत्या हो गई। अपराधी को इतना वक्त दिया गया कि वह साक्ष्य मिटा सके, एक महत्वपूर्ण साक्ष्य बुलडोजर से तोड़कर नष्ट कर दिया गया। जहां सीसी टीवी कैमरा सहित कई साक्ष्य कोर्ट में महत्वपूर्ण हो सकते थे।उन्होंने कहा अभी तक सरकार वीआईपी का नाम सार्वजनिक नही कर पाई है।
धरना कार्यक्रम में पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य मनीष खण्डूरी, महामंत्री नवीन जोशी, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, नजमा खान, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिंह गोगी, विरेन्द्र पोखरियाल, मनीश नागपाल, चन्द्रकला नेगी, उर्मिला थापा, शान्ति रावत, शिवानी मिश्रा, पुष्पा पंवार, सुनिता प्रकाश, पूूनम सिह, अनुराधा तिवाड़ी, निधि नेगी, अंशुल त्यागी,, आशा टम्टा, सत्या पोखरियाल, सविता सोनकर, पुनम कण्डारी, अनीता कोहली, शकुन्तला शर्मा, शीशपाल बिष्ट, अनिल नेगी, इमराना, मोहन काला, सुलेमान अली, इलियास अंसारी, चमोली चमोली, विरेन्द्र पंवार, गुड्डी देवी, सुमन आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे।