उपपा ने उठायी मांग -दिल्ली और पंजाब के सरकारी कार्यालयों में फिर से
अल्मोड़ा, 15 जुलाई (उहि)। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने कहा कि देश में स्वतंत्रता संग्राम की विरासत को धूमिल करने व इस संग्राम के नायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अस्तित्व को जाने अनजाने नकारने का षड्यंत्र चल रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि गांधीवादी अन्ना हजारे के नेतृत्व में चले आंदोलन से अस्तित्व में आई आम आदमी पार्टी की सरकार ने सरकारी कार्यालयों व संस्थानों से महात्मा गांधी के चित्र को हटा दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी आम आदमी पार्टी से दिल्ली व पंजाब में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र को पुनर्स्थापित करने की मांग को लेकर अभियान चलाएगी।
उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि गत दिनों रामनगर में हुई पार्टी की बैठक में इस हेतु 18,19 व 20 जुलाई को विभिन्न क्षेत्रों से दिल्ली व पंजाब की सरकारों को सामूहिक रूप से ज्ञापन भेजने का फैसला लिया गया। पार्टी ने सभी जनसमूहों, सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं से इस अभियान को सफल बनाने की अपील की है।
उपपा अध्यक्ष ने कहा कि आगामी 7,8 अक्टूबर को उपपा द्विवार्षिक महाअधिवेशन आयोजित करेगी जिसके लिए पूरे प्रदेश में जनसंपर्क, बैठक आयोजित कर सामाजिक, राजनीतिक व व्यवस्था परिवर्तन के लिए संघर्षरत शक्तियों को पार्टी से जोड़ा जाएगा।
उपपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य बनने के बाद उत्तराखंड राज्य की अवधारणा निरंतर खंडित हो रही है। राज्य में प्राकृतिक संसाधनों, ज़मीनों पर पूंजीपतियों, माफियाओं, राजनेताओं का कब्ज़ा हो रहा है, महंगाई, बेरोजगारी, पलायन, विस्थापन, भ्रष्टाचार चरम पर है। जिसके खिलाफ छात्र, युवाओं, मजदूरों, किसानों व आम लोगों में भारी असंतोष है जो विकास की कोरी घोषणाओं से थमने वाला नहीं है। तिवारी ने कहा कि उपपा राज्य आंदोलन के सपनों को साकार करने हेतु एक व्यवस्थित संगठन निर्माण के साथ सभी को एकजुट करने का प्रयास करेगी। उन्होंने जनता से इस हेतु उपपा का तन मन धन से सहयोग करने की अपील की है।