निगोल नदी में ब्लीचिंग पाउडर डाल कर कर रहे मछलियों सहित जलीय जीवन का विनाश
-पोखरी से राजेश्वरी राणा–
चमोली जिले के पोखरी विकास खण्ड के तहत तुंगनाथ भुलकना से निकलने वाली और हापला ,बामनाथ त्रिशूला क्षेत्र में बह कर अलकनंदा में मिलने वाली पवित्र निगोमती नदी में शरारती तत्वों द्वारा ब्लीचिंग पाउडर डालकर बड़े पैमाने पर मछलियों समेट जलीय जीवन का बड़े पैमाने पर विनाश किया जा रहा है।
शरारती तत्वों की इस जघन्य हरकत को रकने के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने वन विभाग से की कार्यवाही की मांग की है। विकास खण्ड के तहत तुंगनाथ भुलकना से निकलने वाली पवित्र निगोमती नदी जो हापला ,नेल, सेम, सांकरी, त्रिशूला ,भदूणा होकर सोनला के निकट अलकनंदा नदी में मिल जाती है। आजकल इस पवित्र निगोमती नदी में कुछ शरारती तत्वों द्धारा ब्लीचिंग पाउडर डालकर हजारों की संख्या में छोटी बड़ी मछलियों का शिकार किया जा रहा है। जिससे इस नदी में मछलियों सहित अन्य जलीय जीवों के अस्तित्व को संकट पैदा हो गया है।
इस सम्बन्ध में भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष बीरेंन्द्रपाल भण्डारी ने केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग नागनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर सिंह नेगी को पत्र लिखकर अवगत कराया कि पवित्र निगोमती नदी में शरारती तत्वों द्धारा ब्लीचिंग पाउडर डालकर हजारों की संख्या में छोटी बड़ी मछलियों का शिकार किया गया है। नदी में लगभग 2 कि मी के दायरे में हजारों की संख्या में छोटी बड़ी मछलिया मरी पड़ी हुई है। जिससे निगोमती नदी में मछलियों सहित जलीय जीवों के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है। लिहाजा अविलम्ब इन शरारती तत्वों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाय। जिससे निगोमती नदी में मछलियों सहित जलीय जीवों के अस्तित्व को बचाया जा सके।
वहीं केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग नागनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर सिंह नेगी से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि निगोमती नदी में निगरानी के लिये वन कर्मियों की टीम तैनात कर दी गयी है । जिससे इन शरारती तत्वों पर निगरानी रखी जा सके इनकी पहिचान की जांच की जा रही है। पकड़ में आने पर इन शरारती तत्वों के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत सख्त कार्यवाही की जायेगी । इस सम्बन्ध में उन्हें भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष बीरेंन्द्रपाल भण्डारी का पत्र भी प्राप्त हुआ है ।