भावी शिक्षक अहिंसा परमोधर्म सिद्धांत को करें आत्मसात :प्रो. एमपी सिंह
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के शिक्षा संकाय में बापू और शास्त्री का भावपूर्ण स्मरण,मेधावी छात्रों को पुरस्कारों का भी वितरण
मुरादाबाद, ६ अक्टूबर। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में शिक्षा संकाय की ओर से संचालित बीएबीएड विभाग के छात्र – छात्राओं को संबोधित करते हुए डीन स्टुडेंट्स वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि कहा,भावी टीचर्स भगवान महावीर के अहिंसा परमोधर्म सिद्धांत को आत्मसात करें। हम सब अहिंसा परमोधर्म के भाव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कृतित्व और व्यक्तित्व को देखते हैं। इससे पूर्व प्रो. सिंह ने श्री प्रेम प्रकाश मैमोरियल एजुकेशन कॉलेज में मां सरस्वती के समक्ष के आगे दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक लखेरा, डॉ. शैफाली जैन, डॉ. भरत प्रताप सिंह, एआर श्री दीपक मलिक की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही। स्टुडेंट्स ने कल्चरल इवेंट्स भी प्रस्तुत किए। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले भावी शिक्षकों को उपलब्धि सर्टिफिकेट्स देकर सम्मानित किया गया। संचालन स्टुडेंट्स पलक सिंह और एलीना अंजुम ने किया।
स्टुडेंट समीक्षा सिंह ने “ दे दी हमें आज़ादी, बिना खडग बिना ढाल… साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल”, रिया विश्नोई ने “ गाँधी की आंधी कुछ ऐसे आयी देश में अहिंसा कुछ ऐसी छाई ,उड़े अंग्रेज और उनके हौसले काम न आए …”, ख़ुशी मिश्रा ने सच्चाई का लेकर साथ और अहिंसा का लेकर शस्त्र तूने अपना देश बचाया, गोरों को था दूर भगाया” दीक्षा रानी एवं अतेन्द्र कुमार ने “मैं आवाज़ हूँ एक बदलते युग का आगाज़ हूँ, मुझे कम मत समझना मीठे शब्दों से भरा एक पूरा शास्त्रगार हूँ आदि प्रस्तुत करके सबका दिल जीत लिया। अंत में मुख्य अतिथि ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र – छात्राओं को उपलब्धि प्रमाण पत्र प्रदान करके सम्मानित किया। इस अवसर पर श्रीमती पूनम चौहान, डॉ. मुक्ता गुप्ता, श्री महेश कुमार, श्री नितिन कंसल के अलावा कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।