रिखणीखाल प्रखंड के द्वारी में सरकारी कर्मचारी, सरकारी भवन होते हुए भी किराये पर रहने को मजबूर
–रिखणीखाल से प्रभूपाल रावत —
रिखणीखाल के ग्राम द्वारी में कहने को तो राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी)कार्यालय/आवास,एक एन एम केंद्र कार्यालय/आवास भवन भी हैं, लेकिन यहां नियुक्त सभी कर्मचारी सालों से किराये के भवनों पर रहकर रोजमर्रा का अपना काम काज चला रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ जो पंचायत भवन गाँव के लोगों के लिए आम सभा के लिए बना है,उस पर भी सन 1980 से राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का कब्जा है,और ग्राम पंचायत की मासिक बैठकें खुले ऑगन में या किसी के घरों में होती हैं। जबकि गाँव का अपना पंचायत भवन सन 1964 का बना हुआ है,लेकिन गाँव से बेदखल किया हुआ है।वर्तमान में इस भवन पर राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है।इन चालीस पैंतालीस सालों में स्वास्थ्य विभाग अपना भवन नहीं बना सका।
अब जो भवन राजस्व उप निरीक्षक व ए एन एम केंद्र के लिए पन्द्रह साल पुराने बने हुए हैं, उन पर जंगली जानवरों गूणी, बानर व भूत पिचाशो का कब्जा जमाया हुआ है।तथा ये दोनों कार्यालय किराये के मकान से संचालित हो रहे हैं।
अब ये सम से परे है कि ये भवन क्यों बनाये गये होंगें जो अब खंडहर होकर जंगली जानवरों के कब्जे में हैं। कई बार शासन प्रशासन को लिखा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। दो तीन बार पूर्ववर्ती खंड विकास अधिकारी रिखणीखाल व पूर्व तहसीलदार द्वारा मौका मुआयना भी किया गया,लेकिन न जाने कार्रवाई करने से हिचक रहे हैं।