कांग्रेस का आरोप; उत्तराखंड में सरकारी चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गयी
देहरादून, 2 अगस्त। उत्तराखंड कांग्रेस का आरोप है की राज्य की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गयी है। प्रदेश की राजधानी और ऋषिकेश जैसे शह्ररो मे जब मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल रहा है तो सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो की कल्पना की जा सकती है।
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि दून चिकित्सालय के महिला वार्ड में एक ही बेड पर चार लोग यानी दो प्रसूतायें और उनके नवजात शिशुओं की खबर हो या फिर दून चिकित्सालय में ही एक महिला का लिफ्ट के पास प्रसव करना बहुत ही शर्मनाक है।
दसोनी ने कहा कि ऋषिकेश एम्स जैसे बड़े चिकित्सा केंद्रों में इमरजेंसी में स्टेचर का ना होना और सीटी स्कैन की मशीन का खराब होना बताता है कि जब देहरादून और ऋषिकेश जैसे बड़े शहरों में तक स्वास्थ्य व्यवस्था का यह आलम है तो फिर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी अस्पतालों की क्या दुर्दशा होगी?
दसौनी ने कहा कि धामी और उनके मंत्रियों को दिल्ली परिक्रमा से फुर्सत नहीं, भाजपा सरकार में यदि बैठक हो रही हैं तो यूसीसी, लव जिहाद ,लैंड जिहाद और धर्मांतरण इत्यादि को लेकर जिसका आम जनता से कोई सरोकार नहीं ।आम जनता को मतलब है तो सिर्फ बढ़ती महंगाई रोजगार शिक्षा स्वास्थ और सड़कों से। लेकिन राज्य की धामी सरकार का ध्यान समाज को बांटने में ज्यादा और जनता को सुविधाएं मुहैया कराने में कम है।