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हरिद्वार धर्म संसद : सार्वजानिक रूप से हिंसा भड़काने के आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने से डर रही है पुलिस

देहरादून, २ जनवरी (उहि ) हरिद्वार में हुई धर्म संसद में संप्रदाय विशेष के लोगों के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों के मामले की जांच अब स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) करेगी। डीआईजी गढ़वाल ने इस मामले में एक एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया है।सार्वजानिक रूप से हिंसा भड़काने के स्पष्ट सबूतों के बावजूद अब तक गिरफ्तारी करने के बजाय उत्तराखंड की धामी सरकार द्वारा टालमटोल किये जाने से सारा देश हैरान है।

हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में वेस्ट यूपी के डासना (गाजियाबाद) के संत यति नरसिंहानंद और संत धर्मराज सिंधू का नाम भी सामने आया है। हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने मुकदमे में दोनों संतों के नाम बढ़ा दिए हैं। अब तक भड़काऊ भाषण देने के मामले में मुख्य आरोपी वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी समेत पांच नामजद हो चुके हैं।

हरिद्वार में हुई धर्म संसद में गलत बयानबाजी, वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी की पुस्तक में पैगंबर की शान में गुस्ताखी और हरिद्वार के इंस्पेक्टर द्वारा आरोपियों से तहरीर लेने जाने को लेकर मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। इसके विरोध में शनिवार को मुस्लिम समुदाय ने कनक चौक से पुलिस मुख्यालय कूच किया। इस दौरान बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस ने रोक लिया। उनकी पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई।

जमीयत उलमा ए हिंद के जिलाध्यक्ष मुफ्ती रईस अहमद कासमी ने कहा कि पैगंबर की शान में गुस्ताखी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पुलिस अफसरों से वह कई बार मिले, लेकिन सिर्फ आश्वासन दिया गया। ठोस कार्रवाई नहीं की गई। कहा कि उलमा देश में मोहब्बत और भाईचारे के लिए काम कर रहे हैं। वह बिल्कुल फसाद नहीं होने देंगे। मुस्लिम सेवा संगठन अध्यक्ष नईम कुरैशी ने कहा कि धर्म संसद में जिस तरह की बयानबाजी की गई, वह बेहद शर्मनाक है। कहा कि आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। उत्तराखंड पुलिस दबाव में काम कर रही है। कहा कि हरिद्वार पुलिस और प्रशासन को चूड़ियां भेजी जाएंगी। ऐसी धर्म संसद पर रोक लगनी चाहिए, ताकि देश की एकता और अखंडता बनी रहे।

हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक धर्मसंसद आयोजित हुई। आरोप है कि इसमें संतों की ओर से हेट स्पीच दी गई। धर्म संसद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस मामले में ज्वालापुर निवासी गुलबहार कुरैशी की तहरीर पर पुलिस ने यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने का मुकदमा दर्ज किया था। वायरल वीडियो के तूल पकड़ने के बाद हरिद्वार कोतवाली पुलिस राजनीतिक कारणों से सक्रियता का नाटक करने लगी।

गढ़वाल डीआईजी केएस नगन्याल ने बताया कि हरिद्वार में हुई धर्म संसद में गलत बयानबाजी का आरोप लगाया गया है। इस मामले में हरिद्वार में मुकदमा भी दर्ज है। मुकदमा दर्ज करवाने वाले संप्रदाय के लोगों का आरोप है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई नहीं हो रही है। इसी को देखते हुए अब इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।

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