आसमानी आफत का कहर – थराली नगर के एक हिस्से और देवाल के वाण गांव को भारी नुकसान
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट –
थराली, 14 अगस्त । बीती रात ब्रहमताल के आसपास फटे बादल के कारण थराली नगर क्षेत्र के बड़े हिस्से में भारी नुक्सान हुआ है। इसके अलावा देवाल विकासखंड के वांण गांव में भी भारी नुक्सान होने की सूचना मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार थराली नगर क्षेत्र के खडरियो तोक में प्रेम बुटोला पुत्र उदेय सिंह रावत,राधा देवी पत्नी बलवंत सिंह की मकान प्राणमती नदी के पानी से तबाह हो गए हैं। इसके अलावा धीरेंद्र सिंह पुत्र कुंवर सिंह एवं बलराम बहुगुणा पुत्र जयदत्त बहुगुणा के मकानों, लैट्रिन, बाथरूम में भी मलुवा घस गया हैं।राधा देवी की पुत्री गिरिजा देवी की गौशाला के जमींदोज हो जाने के कारण इसमें बंधी दो बछिया नदी के तेज बहाव में बह गई हैं। जबकि एक गाय घायल हो गई हैं। जबकि प्राणमती नदी पर थराली गांव को जानें वाला मोटर पुल एवं झूला पुल नदी के तेज बहाव में बह गया हैं।
वही थराली -सूना -देवलगवाड़ मोटर पुल के पास खड़ी धीरेंद्र सिंह की अल्ट्रो कार यूके 11-1337 नदी के तेज बहाव में बह गयी हैं। जबकि इसी सड़क पर एक अन्य कार मलुवे की चपेट में आ गया है।सोल क्षेत्र के रतगांव मोटर सड़क पर प्राणमती नदी पर बना बेलीब्रज भी नदी की भेट चढ़ गया हैं। थराली -सोल डुग्री मोटर सड़क का किमी 4 में करीब 50 मीटर हिस्सा बह गया हैं। जबकि इस क्षेत्र के डाडरबगड में जय दत्त एवं देवानंद पुत्रगण बालादत्त की आवासीय मकानों के साथ ही गौशालाओं को भारी क्षति पहुंची हैं। सुरक्षा की दृष्टि से दोनों परिवारों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डाडरबगड़ में रखा गया है।इसके अलावा यहां पर वीरेंद्र सिंह पुत्र इंद्र सिंह की दुकान में प्राणमती नदी का पानी घुस जाने के कारण उसे भी भारी नुक्सान पहुंचा हैं।उधर देवाल के वांण गांव में भी अतिवृष्टि के कारण भारी तबाह हुईं हैं। यहां पर निर्मित कोटिगाड़ आरसीसी पुलिया, कोटागाड़ तल्ला पुलिया,पेरी जाने वाली पुलिया, अंबेडकर पुलिया,कर्जाबगड़ पुलिया,के अलावा वांण गद्देरे में पान सिंह, कृष्णा बिष्ट एवं विकास के ट्राउट मछली के तालाब बह गए हैं। जबकि कोटिगाड़ एवं देवली गढ़ के बीच बने पुलों के गद्देरे में बह जाने के कारण 40 से 50 परिवारों का संपर्क गांव के अन्य भागों से कट गया हैं। थराली के तहसीलदार प्रदीप नेगी ने बताया कि स्थिति पर प्रशासन नजर बनाए हुए हैं। सार्वजनिक, व्यक्तिगत एवं पशु हानी के अलावा किसी भी जनहानि की सूचना नही हैं।