पहाड़ की 17 सीटों पर हुआ भारी मतदान, मगर कुछ पर मतदाता उदासीन नजर आए
देहरादून,16 फरबरी(उहि)। उत्तराखंड में पहाड़ के मुकाबले मैदान में मतदान प्रतिशत हमेशा से ज्यादा रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक मतदान प्रतिशत वाली दस विधानसभा सीटें हरिद्वार और उधमसिंहनगर की रहीं। इस बार भी टॉप-10 मतप्रतिशत वाली सीटों में हरिद्वार और उधमसिंहनगर की सीटें ही रही हैं। लेकिन इस बार जिन 20 सीटों पर मतप्रतिशत 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले बढ़ा है, उनमें 17 सीटें पहाड़ की हैं।
देहरादून जिले में विकासनगर और मसूरी को छोड़कर बाकी सीटों पर मतप्रतिशत पिछली बार की तुलना में घटा है। उत्तरकाशी की तीनों सीटों पर भी घटा है, जबकि चमोली की थराली में कम हुआ है, जबकि बद्रीनाथ और कर्णप्रयाग में बढ़ा है। टिहरी जिले में सिर्फ घनसाली और धनोल्टी में मतप्रतिशत बढ़ा है। हरिद्वार में झबरेड़ा को छोड़कर सभी सीटों पर मतप्रतिशत घटा है। पौड़ी जिले में सिर्फ श्रीनगर सीट पर मतप्रतिशत में बढ़ोत्तरी हुई है। पिथौरागढ़ सीट को छोड़कर जिले की बाकी सीटों पर मतप्रतिशत बढ़ा है। जबकि अल्मोड़ा में सोमेश्वर को छोड़कर सभी सीटों पर मतप्रतिशत घटा है। चंपावत की दोनों सीटों पर मतप्रतिशत बढ़ा है। नैनीताल और उधमसिंहनगर में भीमताल और खटीमा को छोड़कर बाकी सीटों पर मतप्रतिशत घटा है। इस बार राज्य की 20 विधानसभा सीटों पर मतप्रतिशत पिछली बार की तुलना में बढ़ा है। इनमें खटीमा में .54 श्रीनगर में .57 फीसदी की मामूली बढ़ोत्तरी हुई है। सबसे ज्यादा मतप्रतिशत घनसाली सीट पर 4.88 फीसदी बढ़ा है। विकासनगर में 4.58 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। कर्णप्रयाग में 2.75, सोमेश्वर में 2.39 प्रतिशत और रायपुर में 1.20 फीसदी वोटों की बढ़ोत्तरी हुई है।
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक मतप्रतिशत वाली सीटों में हरिद्वार ग्रामीण, लक्सर, ज्वालापुर, सितारगंज, झबरेड़ा, भगवानपुर, कलियर, खानपुर और गदरपुर रही हैं। सबसे अधिक मत प्रतिशत के मामले में टॉप-10 में खटीमा 77.02 मतप्रतिशत के साथ दसवें स्थान पर आ गई है। जसपुर में 6.23 फीसदी की कमी आई है और वह इस बार टॉप टेन से बाहर हो गई है।