बद्रीनाथ मास्टर प्लान का निर्माण पूरा करने की जल्दबाजी ने ले ली एक मजदूर की जान
-प्रकाश कपरवाण की रिपोर्ट –
बद्रीनाथ/जोशीमठ,02 अगस्त। बद्रीनाथ मास्टर प्लान को समय सीमा मे पूरा करने की होड़ ने एक मजदूर की जान ले ली। हड़बड़ी भी इतनी कि इस पुल के निर्माण के लिए टेंडर तक नहीं लिए गये। कोटद्वार मालन नदी पुल के गिरने के बाद इस निर्माणाधीन पुल के गिरने से पुलों की सुरक्षा के उपायों पर फिर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
बुधवार को बद्रीनाथ धाम के ब्रह्मकपाल से करीब सौ मीटर आगे अलकनंदा पर एक पुल का निर्माण किया जा रहा था,जिसमे हादसे के वक्त दो मजदूर कार्य कर रहे थे कि अचानक पुल भरभरा कर अलकनंदा में जा गिरा,पुल के साथ दोनों मजदूर भी अलकनंदा मे गिरे एक मजदूर डालचंद की तो किसी तरह जान बच गई लेकिन दूसरा मजदूर बरेली निवासी 28 वर्षीय सोनू अलकनंदा के तेज बेग बह गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सोनू कुछ देर तक बचाने के लिये हाथ भी हिलाता रहा लेकिन उसकी कोई मदद नहीं हो सकी। हड़बड़ी भी इतनी कि इस पुल निर्माण के लिए निविदाएं भी आमंत्रित नहीं की गई।
दरसअल इस पुल का निर्माण नारायण पर्वत पर एवं रिवर फ्रंट पर किये जाने वाले कार्यों के लिए सामग्री पहुंचाने के लिए किया जा रहा था, मास्टर प्लान का इतना दबाब है कि इस पुल निर्माण के लिए निविदाएं भी आमंत्रित नहीं की गई और सलेक्शन बॉन्ड के आधार पर एक ठेकेदार को दे दिया।
बहरहाल यह सब जाँच का विषय है लेकिन इस निर्माणाधीन पुल ने बरेली के सुभाषनगर निवासी दयाराम से उसके पुत्र सोनू को छीन लिया है।