‘जीतेगा इंडिया-बनेगा भारत’ अभियान का सम्मेलन 9 दिसंबर को देहरादून में
देहरादून, 1 दिसंबर। जीतेगा इंडिया-बनेगा भारत’ अभियान उत्तराखंड का राज्य स्तरीय सम्मेलन 9 दिसंबर, को देहरादून के टाउन हॉल में आयोजित होने जा रहा है।इससे पूर्व, इस अभियान ने कई महत्वपूर्ण विचार-विमर्श के पश्चात दो मंडल स्तरीय सम्मेलन 8 अक्टूबर को हल्द्वानी व 12 अक्टूबर को देहरादून में आयोजित किए। आपमें से कई साथी उन सम्मेलनों में शामिल रहे हैं।
प्रमुख राज्य आंदोलनकारी, सोशियल एक्टिविस्ट एवं इस अभियां की संयोजक कमला पंत के अनुसार वर्तमान में देश के सामने सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक, लोकतंत्र-संविधान’ व देश के बहुधार्मिक-बहुभाषी, सहिष्णु समाज को बचाये-बनाये रखना है। देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं-परम्पराओं, सांवैधानिक मूल्यों पर हमला कर अपनी राजनीति के लिये जिस प्रकार हमारे सामाजिक-सांस्कृतिक ताने-बाने को ध्वस्त किया जा रहा है, वह सदियों की हमारी साझी विरासत व साझे संघर्ष की संस्कृति के खिलाफ है। इसलिये चिंता का विषय है।
उत्तराखंड के संदर्भ में चिंताएं अधिक भयावह इसलिए हो जाती हैं क्योंकि यहाँ खुद सरकार, प्रदेश को धार्मिक उन्माद की प्रयोगशाला बनाने की कोशिश में लगी है। हिमालय वासी होने के नाते तो चौतरफा चुनौतियां हैं ही। परिणामस्वरूप आर्थिक समस्याएं, बेरोजगारी, बंजर होती खेती, पलायन, बड़ी परियोजनाओं की मार तथा भ्रष्टाचार हम सबके हिस्से आता है।
इन सब चुनौतियों का सामना करने के लिए सभी संघर्षशील धाराओं के साथियों ने सामूहिक निर्णय लिया है कि आने वाले 2024 के चुनावों में ‘उत्तराखंड के घोषणापत्र’ के साथ अपनी भूमिका सुनिश्चित करेंगे। लोकतंत्र व संविधान विरोधी ताकतों के खिलाफ़ एकजुटता के साथ सभी संघर्षशील तथा रचनात्मक ताकतों को संगठित किया जायेगा।