रिखणीखाल के गाँव जुई में बाघ का आतंक बदस्तूर जारी
-रिखणीखाल से प्रभुपाल रावत –
रिखणीखाल के गाँव जुई में बाघ का आतंक बदस्तूर जारी है। इस क्षेत्र में बाघ पशुओं पर हमले कर रहा है। क्षेत्र वासियों ने वन विभाग से तुरंत बचाव की कारवाही करने की मांग की है।
रिखणीखाल प्रखंड के ग्राम जुई से ताजा अभी अभी की खबर आयी है कि बाघ ने सायं 4 बजे घर के पास ही खेत में चारा चुगते समय दुधारू गाय पर अचानक पीठ पीछे झपटा मारकर कयी जगह लहुलुहान कर दिया।गाय भागते भागते अपनी जान बचाने में कामयाब हो पाई। गाँव वालों ने भी बिना समय गंवाये शोरगुल मचाकर बाघ को भगाया।
गाँव की ही समाजसेविका सुषमा गुंसाई का कहना है कि दो तीन दिन से बाघ की हरकत देखी नहीं गयी,लेकिन आज फिर अपनी चाल पकड़ ली।
गाँव में दहशत का माहौल बना हुआ है,ऐसे में जीवनयापन कैसे होगा।घरेलू कयी कार्य होते हैं एक सिर्फ पशु की चौकीदारी ही नहीं है।रोजमर्रा की अनेक जरूरतें हैं। कैसे निपटायें। लगता है गाँव वालों का शेष जीवन बाघ के साथ ही कटेगा। ये तो रोज का ऑख मिचौली का खेल बन गया है।ये भी अब यहाँ के मूल निवासी हो गये हैं, हम तो अस्थायी निवासी हैं।