पोखरी शरदोत्सव में लोक कवियों ने खूब बटोरी तालियां
पोखरी, 19 दिसंबर (राणा)। हिमवंत कवि चंद्रकुवर बर्तवाल खादी ग्रामोद्योग एवं शरदोत्सव मेला मंच पर आयोजित कवि सम्मेलन में लोक कवियों ने पहाड़ की सभ्यता, संस्कृति रीति-रिवाजों और वर्तमान परिस्थितियों से सम्बंधित अपनी कविताओं का वाचन कर लोगों को अपनी अपनी सभ्यताओं और संस्कृतियों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया तथा मेला मंच की रौनक बढ़ा कर खूब तालियां बटोरी ।
लोक कवि रेखा पटवाल राणा ने अपनी कविता अप्पू अफू तैन काटी लिखरिया सी तथा कन्या भ्रूण हत्या पर ईश्वर की आगया कविता का ,तेजपाल निर्मोही ने पितर होगिया सी पिततर कूडी मां तौकू नौ कू डुग्गू धलि, सुधीर बर्तवाल ने दुख बीमारी चोट फटाक ,आरती बन्ग्वाल ने जीवन को अपनी शर्तों पर जीना चाहती ,अनूप नेगी ने पुछडी ,बिक्रम रावत ने उल्टी गंगा बौगनी, अपनी अपनी कविताओं का वाचन कर दर्शकों का खूब मनोरंजन कर खूब तालियां बटोरी ।
इस अवसर पर मेले के आयोजक बदरीनाथ के विधायक लखपत सिंह बुटोला ने कहा कि इन लोक कवियों की कविताओं में हमारी संस्कृति और सभ्यता झलकती है । हमें इनकी कविताओं से प्रेरणा लेकर अपनी संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए ।
मंच संचालन उपेन्द्र सती, ब्रह्मानंद किमोठी और हर्षवर्धन थपलियाल ने संयुक्त रूप से किया ।
इस अवसर राजकीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष उपेन्द्र सती, प्राथमिक संगठन के ब्लांक अध्यक्ष ताजबर राणा, विजय प्रसाद सिमल्टी ,विधायक प्रतिनिधि धीरेन्द्र राणा, कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष रवेन्द्र नेगी, संरक्षक कुंवर सिंह चौधरी, मयंक नेगी, रमेश चौधर, राज्य आंदोलनकारी संगठन के ब्लांक अध्यक्ष कुंवर सिंह चौधरी, सन्तोष चौधरी, खेमराज चौधरी, विकेन्द्र नेगी, हनुमंत कण्डारी सहित तमाम लोग मौजूद थे ।