उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने हेतु प्रधान मंत्री को ज्ञापन
देहरादून, 15 मार्च। उत्तराखंड की बेटी किरण नेगी से 12 साल पूर्व दिल्ली क्षेत्र मे हुए कुरूरतम गैंगरेप/ हत्याकांड(छावला हत्याकांड) में, सजा पाने से छूटे सभी दोषी आरोपियों को फांसी की सजा दिलाए जाने हेतु, सीबीआई द्वारा विस्तृत जांच कराये जाने की मांग करते हुए संयुक्त नागरिक संगठन की ओर से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को ज्ञापन भेजा गया है।
संगठन की ओर से सचिव सुशील त्यागी द्वारा भेजे गये ज्ञापन मे मांग की गयी है कि नवम्बर मे उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए फैसले मे,उच्च न्यायालय तथा ट्रायल कोर्ट की कमियों, दिल्ली पुलिस की संदिग्ध जांच के निष्कर्ष भी निकाले थे। जैसे अभियुक्तों की पहचान परेड ना होना, अधूरे साक्ष्य प्रस्तुत करना, सीएफएसएल जांच में जानबूझकर देरी करना, साक्षयों को अधूरे ढंग से प्रस्तुत करना आदि दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली को संदिग्ध प्रमाणित करता है । इसलिए दोषी अभियुक्तो को, निर्भया कांड के दोषियो की तरह फांसी की सजा दिलाए जाने हेतु इस जघन्य हत्या कांड की सीबीआई से जांच कराने हेतु आदेश जारी किए जाये।
ज्ञापन में कहा गया है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है की गैंगरेप पीड़िता के माता पिता 12 वर्ष के बाद अपनी बेटी को न्याय दिलाने की मांग हेतु जन्तर-मन्तर दिल्ली से अपनी आवाज उठाने को बाध्य है। ज्ञापन की प्रतिलिपि पुष्कर सिंह धामी,मुख्यमंत्री,उत्तराखंड, और अरविंद केजरीवाल,मुख्यमंत्री दिल्ली , उपराज्यपाल दिल्ली को भी इस अनुरोध के साथ प्रेषित की गयी है कि वे भी अपने स्तर से गृह मंत्री भारत सरकार को सीबीआई जांच हेतु अनुरोध पत्र भेजने का कष्ट करें।