डीएफओ सर्वेश दुबे के बाद प्रमुख वन संरक्षक गुप्ता भी पहुंचे पिंडर घाटी के जंगलों किआग बुझाने
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 8 मई। बद्रीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर के डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे के बाद अब पिंडर घाटी में फैल रही वनाग्नि की घटनाओं रोकने के लिए प्रमुख वन संरक्षक वीपी गुप्ता ने मोर्चा संभाला। वह
वनाग्नि से जूझ रहे पिंडर का निरीक्षण करने पहुंचे है।
पहाड़ से लेकर मैदान तक जंगल जल रहे हैं और वनाग्नि से उठता धुंवा आमजन के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है वनाग्नि की घटनाओं से निजात पाने के लिए शासन स्तर पर लगातार जायजा लिया जा रहा है। खुद सूबे के मुख्यमंत्री इन घटनाओं की रोकथाम के लिए लगातार मोर्चा संभाले अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं और वन विभाग के आला अधिकारी कर्म मंगलवार से ही रुद्रप्रयाग और चमोली जनपद में वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम ओर जायजा लेने के लिए नोडल अधिकारी प्रमुख वन संरक्षक वी पी गुप्ता और चमोली के बदरीनाथ वन प्रभाग के डीएफओ सर्वेश दुबे पिंडर घाटी समेत थराली ,नारायणबगड़ देवाल के भ्रमण पर है ।
वनाग्नि की रोकथाम के लिए प्रमुख वन संरक्षक जहां वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। वहीं वनाग्नि की घटनाओं का फीडबैक भी ले रहे हैं ।
थराली में पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रमुख वन संरक्षक वीपी गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि चमोली जनपद में कुल 5 वन प्रभाग है जिनमे अब तक कुल 128 वनाग्नि की घटनाएं घटी है और पांचों प्रभागों का कुल 175 हेक्टेयर वन क्षेत्र वनाग्नि की इस आपदा में प्रभावित हुआ है।
प्रमुख वन संरक्षक वीपी गुप्ता ने आमजन से वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम के लिए आगे आने के साथ ही वनाग्नि की घटनाओं में नियंत्रण के लिए वनकर्मियों को सहयोग करने की भी अपील-वीपी गुप्ता ने की।