आज़ादी के आंदोलन में तिरंगे के विरोधी रहे लोग आज अपनी कमियां छिपाने को तिरंगा अभियान चला रहे हैं : करन महरा
–उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो —
देहरादून, 13 अगस्त । उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक आदेश चौहान ने लगातार पॉचवें दिन जनपद उधमसिंहनगर के गदरपुर विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया। तिरंगा यात्रा का जगह-जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत करते हुंए ’’भारत माता के जयकारों के साथ-साथ वंदेमातरम, स्वतंत्रता सेनानी अमर रहे जैसे गगनभेदी नारों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता आगे बढते रहे।
इस अवसर पर करन माहरा ने गदरपुर में तिरंगा यात्रा को मिले आपार समर्थन हेतु वहां की जनता का अभार व्यक्त किया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा जब्बा साम्प्रदायिक ताकतों का मुकाबला करने हेतु लगातार बने रहना चाहिए।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 9 अगस्त 1942 को दुनिया के इतिहास में अगस्त क्रांति दिवस के रुप में जाना जाता है। इस दिन ही गांधी के आहृवान पर भारत छोड़ो आंदोलन आरम्भ हुआ था कांग्रेसजन और देश की जनता तब करो या मरो के नारे के साथ स्वतंत्रता आंदोलन में हाथ में तिरंगा सर पर कफन बांधकर कूदे थे । उसी आंदोलन की याद में अगस्त क्रांति दिवस के दिन 9 अगस्त से स्वतंत्रता के 75 वें साल में कांग्रेस के सिपाही देश भर में भारत जोड़ों तिरंगा यात्राऐं आयोजित कर रहे हैं। देश भर में ये यात्राऐं 9 अगस्त से 15 अगस्त तक चलेंगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर हर जिले में कम से कम 75 किलोमीटर की यात्रा कांग्रेसजनों द्वारा आयोजित की जानी है। जिसको जनता का अपार समर्थन मिल रहा है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं मं जबरदस्त उत्साह देखने का मिल रहा हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एक संर्कीण विचारधारा से उपजी पार्टी और उनकी सरकार के निर्णयों से देश की अखंडता,एकता एवं भाईचारा और संवैधानिक संस्थाऐं संकट में हैं, इसलिए कांग्रेस कार्यकर्ता की ऐसे समय में जिम्मेदारियां और बढ़ जाती है। उन्होने कहा कि ये विचारधारा स्वतंत्रता संग्राम में भारत छोड़ो आंदोलन और तिरंगे झंड़े का विरोध कर रही थी। आज जब देश मंहगाई और बेरोजगारी से परेशान है जनता विरोध में सड़कों पर न उतरे इसलिए आजादी के समय झंडे का विरोध करने वाले ये लोग हर घर तिरंगा अभियान कर जनता का ध्यान भटका कर अपनी असफलताओं छुपाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि आखिर आजादी के 75 वें साल में इस विचारधारा को समझ में आ गया कि इस देश में गांधी की विचारधारा और तिरंगे की परम्परा ही चल सकती है। इसलिए सरकार देश व्यापी मंहगाई और बेरोजगारी के समय तिरंगे की शरण में आने को मजबूर हुई है।
उन्होने कहा कि देश की मौजूदा परिस्थितियों को देखकर हर कांग्रेसजन को लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा। उनका आरोप है कि देश में अघोषित आपातकाल है। न्यायपालिका सहित सभी संवैधानिक संस्थाओं की आजादी खतरे में है इसलिए कांग्रेसजनों को एक बार फिर देश की आजादी और सवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता एवं मंहगाई व वेरोजगारी के विरुद्व संघर्ष कर जेल की यातनाओं तक को सहन करने के लिए तैयार रहना होगा।