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सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं से महरूम छड़ियानी के लोग लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करेंगे

 

-रिखणीखाल से प्रभुपाल रावत –

पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल विकास खंड  के सुदूर दुर्गम गांव  छड़ियाणी धूरा के ग्रामीणों ने अपनी उपेक्षा के विरोध में  लोक सभा चुनाव 2024 के वहिष्कार की चेतावनी दी है।

छड़ियानी के ग्रामीणों के आक्रोश का कारण यह है कि  इस गांव के लिए सन 2001 में पाणीसैण से डबराड तक 15 किलोमीटर सड़क स्वीकृत थी,जो कि अभी तक पूरी  नहीं हुयी।आधा अधूरा बनी सड़क पर काम बन्द हो गया है। जिससे ये ग्रामीण सड़क मार्ग से वंचित रह गये। इनको हर जगह से खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। खड़ी चढ़ाई के आवागमन का विडिओ उत्तराखंड हिमालय पोर्टल ने हाल ही  में प्रसारित किया था।

उसी छड़ियाणी गांव की  युवती द्वारा तैयार किया गया नया  विडिओ आज जारी किया जा रहा है। जिसमें  आक्रोशित ग्रामीण लोक सभा चुनाव में अपनी उपेक्षा का बदला लेने की  बात कर रहे हैँ।

आज की इस वीडियो के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए तथा बारिश में भीगते हुए एक जगह एकत्रित हुए, ग्रामीणों का कहना है कि हमारा गाँव एक स्वर में लोक सभा चुनाव 2024 का पूर्ण रूप से वहिष्कार करेगा। उनका साफ शब्दों में कहना है कि हम मतदान के लिए घर से बाहर नहीं निकलेंगे तथा औरों को भी कहेंगें। जब तक कि हमारे गाँव में मौलिक सुविधायें मुहैया नहीं की जाती।

इस गाँव के लिए न सड़क, न पेयजल, न पैदल मार्ग। स्कूल भी 7 किलोमीटर दूर,ऑगनबाडी केन्द्र भी 5-6 किलोमीटर दूर है।जंगल का रास्ता है। जंगली जानवरों का आतंक वैसे भी लगातार बना हुआ है। वे बार-बार कहते हैं कि चुनाव प्रचार वोट मांगने हमारे गांव में मत आना,अपमानित होना पड़ेगा। हमारी बात कोई नहीं सुनता।

देहरादून और दिल्ली में लगातार जी 20 सम्मेलन चल रहे हैं, वाह-वाही हो रही है लेकिन गांवों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है।ये किसी से छिपा नहीं है। गांवों की हालत नहीं देखते कि गाँव के लोग कैसे जीवनयापन करते हैं। ग्रामीण परेशान हैं। गाँव से पलायन होता जा रहा है,जो भी रिटायर्ड हो रहे हैं, सब शहरों की तरफ जा रहे हैं। गाँव का विकास शून्य से नीचे चले गया है।

ग्रामीणों का  कहना है कि  समय रहते हमारे गाँव की समस्याओ पर ध्यान केन्द्रित करें वरन वोट मांगने की उम्मीद मत रखना।

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