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मानवीय संकट : घट रही है आदिम जन जातियों की जनसँख्या 

 

The tribes of the Andaman Islands – the Jarawa, Great Andamanese, Onge and Sentinelese – are believed to have lived in their Indian Ocean home for up to 55,000 years. They are now vastly outnumbered by several hundred thousand Indians, who have settled on the islands in recent decades.

 

-uttarakhandhimalaya.in-

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ग्रेट अंडमानी, ओंगी, सेंटीनेलीज शोम पेन, जरावा नामक 5 जनजातियां हैं जिनकी जनसंख्या 500 से भी कम हैं। वे लुप्त होने की कगार पर खड़ी हैं।देश में आदिवासियों की आबादी क्रमिक रूप से घटती जा रही है। आजाद भारत के सात दशकों की बात करें तो उनकी आबादी में तकरीबन दस फीसद की गिरावट आई है। आदिवासी बहुल झारखंड में जनजातीय परामर्शदात्री परिषद इसके कारणों की पड़ताल करने में जुट गई है। विस्थपान, कुपोषण, स्वास्थ सुविधाओं की कमी आदि मुख्य कारक माने जा रहे हैं। यहां 1951 में इनकी आबादी 35.80 फीसद थी, जो 1991 में घटकर 27.66 फीसद रह गई। यानी इस अवधि में 8.14 फीसद आबादी घट गई। वहीं, 2001 में यह आबादी 26.30, जबकि 2011 में 26.11 फीसद पर आ पहुंची। यानी 9.69 फीसद घट गई। इससे भी अधिक चौंकाने वाली रिपोर्ट राज्य की विलुप्तप्राय जनजातियों (आदिम जनजाति) की है।

विशेषतया असुरक्षित जनजातीय समूह का नाम   जनसंख्या (2001 की जनगणना के                                                अनुसार)

सेन्टिनेलीज                                 39

ग्रेट अंडमानी                                43

ओंगी                                      96

जरावा                                     240

शोम पेन                                   398

    तथापि, ओड़िशा राज्य में किसी जनजाति की जनसंख्या में कमी का रुझान नहीं है। ओड़िशा में 13 विशेषतया अनुसरिक्षत जनजातीय समूह हैं जिनकी जनसंख्या 2001 की जनगणना के अनुसार अनुबंध-1 में दी गई है।

    विशेषतया असुरक्षित जनजाति समूहों  (पीटीजी) के लिए केन्द्रीय क्षेत्र योजना में अनुसूचित जनजातियों में से 75 चिन्हित पीटीजी शामिल हैं। योजना पूर्णतया लचीली है क्योंकि यह प्रत्येक राज्य को ऐसे क्षेत्रों पर ध्यानदेने के लिए सक्षम बनाती है, जिसको वे  अपने पीटीजी और पहचान तथा संस्कृति सहित उनके सामाजिक-सांस्कृतिक पर्यावरण से संबंधित मानते हैं। योजना के प्रावधानों के अनुसार राज्यों को निधियां उपलब्ध करायी जा रही हैं।

अनुबंध-1

राज्य केन्द्र शासित क्षेत्र

पीटीजी के नाम

 

2001 की जनगणना के अनुसार

 

1

 

2

 

3

 

 

 

 

 

 

 

ओड़िशा

चुक्तिया भुंजिया

 

उपलब्ध नहीं

 

बोंडो

 

9378

 

दिदायी

 

7371

 

डोंग्रिया कंध

 

उपलब्ध नहीं

 

जुआंग

 

41339

 

खड़िया

 

उपलब्ध नहीं

 

कुटिया कंध

 

उपलब्ध नहीं

 

जांजिया सओरा

 

उपलब्ध नहीं

 

लोधा

 

8905

 

मनकिर्डिया

 

1050

 

बीरहोर

 

702

 

पौडी भुइयां

 

उपलब्ध नहीं

 

सोरा

 

उपलब्ध नहीं

 

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