एक मात्र राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेले की तैयारियां शुरू
—गौचर से दिगपाल गुसाईं —
आगामी 14 नवंबर से सात दिनों तक जनपद चमोली के गौचर मैदान में आयोजित होने वाले एक मात्र राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेले की तैयारियां शुरू हो गई है खेल तमाशों के सामानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
कोरोना बीमारी की वजह से पिछले दो सालों में गौचर मेला आयोजित नहीं हो पाया था।इस बार यह मेला 70 वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। इसके लिए प्रशासन ने भी लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली है।इस बार जनप्रतिनिधियों के सुझावों पर अमल करते हुए खेलों के आयोजनों में दी जाने वाली इनाम की धनराशि में भी इजाफा किया गया है।गत मेलों में समय पर खेलों का आयोजन न होने की जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर मेला अधिकारी उपजिलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय का कहना है कि इस बार समय से मेले में खेलों का आयोजन शुरू करा दिया जाएगा।दो सालों के बाद शुरू हो रहे गौचर मेले के लिए लोगों में भी भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। स्थानीय व्यापारियों ने अपनी अपनी दुकानों को सजाना शुरू कर दिया है। हालांकि मेला आयोजिन में अभी आठ दिन शेष हैं लेकिन खेल तमाशे के सामानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।इस बार यह पहला मौका कि मेले की 287 दुकानों में से 258 दुकानों का आवंटन कर दिया गया है।इन दुकानों से मेला समिति को अब तक 26 लाख 83 हजार की आमदनी हो चुकी है। दुकानों का आवंटन कर रहे सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि स्टालों के लिए आवेदन आने शुरू हो गए हैं। स्टालों का आवंटन 10 नंबर से शुरू किया जाएगा। हालांकि मेला आयोजिन में प्रशासन का पूरा अमला झुक जाता है लेकिन फिलहाल राजस्व उप निरीक्षक देवेंद्र कंडारी, आशीष बिष्ट,व हरीश पोखरियाल खूब पसीना बहा रहे हैं। व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल का कहना है कि सुरक्षा की दृष्टि से बंदरखंड से लेकर हवाई पट्टी व लोढ़ियागाड तक सी सी टी वी कैमरे लगाए जाने चाहिए।