ऋषिकेश- कर्नप्रयाग रेल का निर्माण कर रही कम्पनियो भी स्थानीय जानता की 8 मांगें मानी
-गौचर से दिगपाल गुसाईं –
उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग की अध्यक्षता में रेलवे संघर्ष समिति, रेलवे का निर्माण कार्य कर रही कंपनियों व रेलवे संघर्ष समिति की बैठक में रोजगार सहित आठ बिंदुओं पर सहमति जताई गई है।
दरअसल रोजगार सहित विभिन्न मांगों को लेकर रेलवे संघर्ष समिति का पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा था। शुक्रवार को कर्णप्रयाग के उपजिलाधिकारी विवेक शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया कि रेलवे ट्रैक के दोनों ओर आने जाने के लिए भूमि का अधिग्रहण एक साल के भीतर कर लिया जाएगा।
जिन किसानों को अभी तक जमीन का भुगतान नहीं किया गया है उनका 6 महीने के भीतर भुगतान कर दिया जाएगा। बैठक में यथा संभव स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिए जाने पर भी सहमति जताई गई है। वन पंचायत के पेड़ों का भुगतान 6 माह में करने का निर्णय लिया गया।इस बात पर भी सहमति जताई गई कि अब रात 11 बजे से सुबह चार बजे तक विस्फोटों का प्रयोग न करने के साथ ही जिन मकानों पर विस्फोटों का असर पड़ा है , उनकी वीडियोग्राफी की जाएगी। स्थानीय महिलाओं के सामाजिक उत्थान के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाने पर भी सहमति बनाई गई।
बैठक में यह भी तय किया गया कि अगर रानौ गांव में पानी की समस्या हुई तो उसकी भरपाई की जाएगी। बैठक में निर्माण कार्य कर रही डी बी एल, मेघा कंपनियों के अधिकारियों के साथ ही संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने भाग लिया।