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काशीपुर-धामपुर के बीच 58 किलोमीटर रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी ; अब तीसरी बार होगा इस लाइन का सर्वे

Uttarakhand Chief Minister Mr. Pushkar Singh Dhami has expressed happiness over the Railway Ministry approving the survey of the 58-kilometer railway line between Kashipur-Dhampur. In this regard, the Chief Minister had earlier requested the Union Railway Minister. The Chief Minister has expressed gratitude to Prime Minister Shri Narendra Modi and the Union Railway Minister for this. Kashipur-Dhampur rail line was surveyed in the year 2011 and even after the survey was conducted again about four years ago, the plan was stuck in limbo. Now this line will be surveyed for the third time and the hope continues that the train of people’s dreams will definitely run on this track this time.

 

By- Usha Rawat

देहरादून, 27   फरवरी ।   मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रेल मंत्रालय द्वारा काशीपुर-धामपुर के बीच 58 किलोमीटर रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी प्रदान करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। इस संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में केंद्रीय रेल मंत्री से अनुरोध किया गया था। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं केन्द्रीय रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया है। काशीपुर-धामपुर रेल लाइन का वर्ष 2011 में सर्वे हुआ फिर लगभग चार साल पहले दोबारा सर्वे होने के बाद भी योजना अधर में लटक गई  थी।   अब तीसरी बार इस लाइन का सर्वे होगा और उम्मीद की जारी है कि इस पटरी पर लोगों के सपनों की रेल इस बार जरूर दौड़ेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी वर्षों में इस रेल लाइन के निर्माण से कुमाऊं क्षेत्र के यात्रियों को आवागमन में सुविधा होगी।  पर्यटकों को भी इससे आवागमन में सुविधा होगी।

कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के बीच काठगोदाम से दून जाने वाला रेल मार्ग रामपुर-मुरादाबाद होकर जाता है। मुरादाबाद रेलवे जंक्शन होने के कारण कई बार ट्रेनों को कई-कई घंटे आउटर पर खड़ा रहना पड़ता है। ऐसे में दून जाने वाले यात्रियों का काफी समय बर्बाद होता है। यदि काशीपुर-धामपुर जसपुर होकर लाइन बन जाए तो राज्यवासियों की यात्रा सुगम और सस्ती होने के साथ समय की भी बचत होगी।

कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाली इस लाइन का दो बार सर्वे भी हो चुका है। सर्वे के बाद 58 किमी लंबी रेल लाइन में से 38 किमी लाइन यूपी में आ रही है। लाइन पर जो बड़े पुल बनने हैं वह अधिकतर यूपी में आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों के बीच आपसी तालमेल नहीं होने के कारण योजना धरातल पर नहीं उतर सकी।

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