एक विलक्षण व्यक्तित्व, राजेंद्र रावत
–डॉ योगेश धस्माना
पौड़ी गांव से जीवन का सफर शुरू करने वाले, राजेंद्र रावत भारतीय लोक प्रसारण के क्षेत्र में एक ऐसा नाम रहा है, जिसके पास कोई तकनीकी शिक्षा ना होते हुए भी दिल्ली दूरदर्शन के महानदेशक के पद पर पहुचने वाले प्रथम उत्तराखंडी हैं।
सन् 1938 में पौड़ी गाँव में जन्मे राजेंद्र रावत, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम.ए. परीक्षा प्राचीन इतिहास में पास करने के बाद , क्षेत्र प्रचार अधिकारी के रूप में कार्य प्रारंभ किया। इसके बाद जब भारत वर्ष में दूरदर्शन केंद्र का विस्तार हुआ तो राजेंद्र रावत ने कश्मीर से लेकर उत्तर पूर्वी राज्यों तक इसका विस्तार देने में महत्वपूर्ण कार्य किया।
लखनऊ दूरदर्शन केंद्र का आधुनिकीकरण करने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। अनेक वर्षों तक एन.डी. तिवारी के साथ उनके मीडिया का जिम्मा संभालते हुए 16 जुलाई 2010 में, देहरादून में उनका निधन हो गया। गुमनाम व्यक्तित्व को हमारा सादर नमन I