गौचर मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या रेशमा शाह व गजेन्द्र राणा के नाम रही
-रिपोर्ट गुसाईं दिग्पाल-
गौचर, 16 नवंबर। गौचर मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या रेशमा शाह व गजेन्द्र राणा के नाम रही। रेशमा शाह के जौनसारी गानों पर दर्शक जमकर थिरके।
जनपद चमोली के गौचर मैदान में 14 नवंबर से आयोजित सात दिवसीय गौचर औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले में लोक गायिका रेशमा शाह के गीतों ने शमा बांधा। दुःख इस बात का है कि लोगों के दिलों में रची बसी युवाओं के दिलों की धड़कन जौनसारी लोक गायिका रेशमा शाह को मेला समिति के तय कार्यक्रम के अनुसार सांस्कृतिक संध्या में गजेन्द्र राणा के कार्यक्रम के पश्चात अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करना था। लेकिन आयोजकों ने उनके कार्यक्रम को राणा की टीम से पहले आनन फानन निबटा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री करने से जहां अधिकांश दर्शक उनके कार्यक्रम को देखने से बंचित रहे वहीं दूसरी सांस्कृतिक संध्या आखिर में दर्शकों पर छाप नहीं छोड़ पाई है।
जानकारी के अनुसार रेशमा शाह ने अपने गीतों व नृत्यों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। सांस्कृतिक संध्या की आखिरी प्रस्तुति के लिए गजेन्द्र राणा की टीम ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत जय हो नंदा देवी की भजन से की इसके बाद उन्होंने शंभू भोलेनाथ तेरी जै बोला,माला जपी दिन रात मेरा नौ की,पुष्पा छोरी पौड़ी खाल की, आदि गानों से लोगों का भरपूर मनोरंजन करने का प्रयास किया लेकिन कारण जो भी रहा हो कार्यक्रम में नीरसता बनने से एक एक करके लोगों ने मंच खाली करना शुरू किया तो कुछ ही देर में सारी दर्शक दीर्घा खाली हो गई।
मेला समिति द्वारा इस तरह से मनमर्जी से कार्यक्रम प्रस्तुत करने पर रेशमा शाह के चाहने वालों ने नाराजगी व्यक्त की है। व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुनील पंवार, नवीन टाकुली, मनोज नेगी आदि का कहना कि मेला समिति द्वारा जो फोल्डर छपवाए गए हैं उसके अनुसार ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रेशमा शाह का कार्यक्रम भी गजेन्द्र राणा के साथ ही है इससे भी दर्शकों में असमंजस की स्थिति बनी रही।
काफी देर तक रेशमा शाह के कार्यक्रम को देखने का इंतजार करने के बाद उनके चाहने वालों को तब निराशा हाथ लगी जब उन्हें पता चला कि उनके कार्यक्रम को पहले निबटा लिया गया है। दूसरी सांस्कृतिक संध्या पर प्रशासन की ओर से तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव, कानूनगो विजेन्द्र गुसांईं ही मौजूद रहे।