शिक्षा नीति पर गोष्ठी : शिक्षकों का सम्मान शैक्षणिक आधार पर किए जाने पर बल
गौचर,23 फरबरी(उही)।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शिक्षक प्रतिभा सम्मान, पहचान एवं समाधान विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी में शिक्षकों का सम्मान शैक्षणिक आधार पर किए जाने पर वल दिया गया।
रा इ का गौचर के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ डायट के प्राचार्य अशोक कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। दो सत्रों में आयोजित इस संगोष्ठी के प्रथम सत्र में जनपद चमोली के विभिन्न शिक्षक संगठनों के ब्लाक स्तरीय पदाधिकारियों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए इस पर अमल करने की बात कही। वक्ताओं का कहना था कि विद्यालयों के निरीक्षण का आधार उपस्थिति पंजिका नहीं वल्कि शैक्षणिक आधार होना चाहिए। इससे सम्मान दिए जाने में भी आसानी होगी। वक्ताओं का यह भी कहना था कि प्रशिक्षण शिविर को समय बरवाद करने के लिए नहीं बल्कि ज्ञान वर्धक होना चाहिए। इस अवसर पर उत्कृष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला ने कहा कि वक्ताओं द्वारा दिए गए सुझावों व समस्याओं पर अमल करते हुए शासन प्रशासन को भी अवगत कराया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन डायट के प्रवक्ता भगत सिंह कंडवाल ने किया। इस मौके पर राइंका के प्रधानाचार्य डा कुशल सिंह भंडारी,डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता लखपत सिंह बर्तवाल,रा,शि, संघ के प्रदेश अध्यक्ष के के डिमरी, खंड शिक्षाधिकारी अतुल सेमवाल,रा शि, संघ के जिलाध्यक्ष दिगंबर सिंह नेगी,ए, के,जुकरिया, पूर्व प्राचार्य सते सिंह राणा के साथ ही तमाम शिक्षक नेताओं ने विचार व्यक्त किए।