एसडीएम के प्रयासों से अब जुड़ जायेगा दुर्गम गांव सेरा मालकोटी सड़क से
–पोखरी से राजेश्वरी राणा —
विकास खण्ड पोखरी का सुदूरवर्ती गाव सेरा मालकोटी अब सडक से जुड़ जायेगा। ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद जुड़ेगा उप जिलाधिकारी सन्तोष कुमार पांडे ने विभागीय अधिकारियों के साथ सम्बन्धित गावों तक पैदल पहुंच कर सडक का विवाद सुलझा लििया है।
विकास खण्ड के सुदूरवर्ती गाव सेरा मालकोटी को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिये रौता से सेरा मालकोटी के लिये 5 कि मी सड़क शासन से स्वीकृत हो रखी है और मार्ग के निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग पोखरी के पास है । लेकिन सेरा मालकोटी के कुछ ग्रामीणों द्वारा सड़क के निर्माण में अपने खेतों के कटने को लेकर कुछ विवाद किया जा रहा था। वे अपने खेतों को सड़क निर्माण के लिये नहीं देने की जिद पर अडे हुये थे।
इस कारण उक्त मोटर मार्ग का निर्माण कार्य अधर में लटक हुआ था । सडक न होने से विकास खण्ड का यह सुदूरवर्ती गाव आज भी स्वास्थ्य और बाज़ार जैसी सुविधाओं से बचित है । यहां के 60 परिवार आज भी दैनिक उपभोग की वस्तुओं की खरीददारी करने बाजार जाने ,जरुरी कार्यो के लिये तहसील मुख्यालय पोखरी आने के लिये सड़क मार्ग तक पहुंचने के लिये 5 कि मी पैदल का सफर तय करने को मजबूर हैं । सडक परिवहन के अभाव में ग्रामीण हर रोज पीठ पर सामान लादकर कर 10 कि मी की पैदल आवाजाही करने को विवश हैं।
स्थिति तब और खराब हो जाती है जब बीमार बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को चारपाई पर लाद कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है । कई बार रास्ते में ही बीमार या गर्भवतियां दम तोड़ देते हैँ।
उपजिलाधिकारी सन्तोष कुमार पांडे ने इस बात का खुद संज्ञान लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ गुरुवार को रौता से 5 कि मी की पैदल दूरी तय कर सेरा मालकोटी पहुंच कर ग्रामीणों के साथ वार्ता कर विवाद को सुलझा दिया तथा खेतों को लेकर विवाद कर रहे ग्रामीणों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया । जिससे रौता से लेकर सेरामालकोटी तक 5 कि मी सड़क मार्ग के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है । SDM के प्रयास से सुदूरवर्ती गाव सेरा मालकोटी के सड़क मार्ग से जुड़ने की सम्भावना प्रवल हो गयी है।
इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता के के सिंह, रौता के प्रधान बीरेंद्र सिंह राणा, जिला पंचायत सदस्य अनूप चन्द्र, सत्येन्द्र बुटोला,व्महाबीर सिंह ,आशा लाल, राकेश सिंह ,जानकी देवी ,कुम्भा देवी , सहित तमाम क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद थे ।