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मतदाताओं की खामोशी ने बढ़ाई प्रत्याशियों की बेचैनी

-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 14 अप्रैल। अब जबकि उत्तराखंड में लोकसभा चुनावों के तहत मतदान के लिए मात्र 5 दिन ही शेष रह गए हैं। ऐसे में भी मतदाताओं की खामोशी ने पार्टियों के प्रत्याशियों एवं पार्टी पदाधिकारियों की बेचैनी को काफी बढ़ा दिया हैं।

आम तौर पिछले लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों में देखने को मिलता था कि मतदान दिवसे से दो हफ्ते पहले चुनावों को लेकर हलचल काफी बढ़ जाती थी और किस प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बन रहा थे कुछ -कुछ पता चलना शुरू हो जाता था। किंतु इस बार के लोकसभा चुनावों में ऐसा कुछ भी दिखाई नही पड़ रहा है। अब जबकि राज्य में दिव्यांगो एवं 85 वर्ष से अधिक के मतदाताओं को होम वोटिंग के जरिए दो चरणों का मतदान हो चुका हैं और मतदान में आज सहित कुल 5 दिन शेष रह गए हैं, ऐसे में भी मतदाताओं की खामोशी प्रत्याशियों,राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं राजनीतिक विश्लेषकों को बैचेन किए हुए हैं। अगर बात की जाएं गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आरक्षित विधानसभा क्षेत्र थराली की तों यहां पर आज तक भी चुनावों को लेकर विशेष उत्साह लोगों में नही दिख रहा है। चुनावों को लेकर पिछले चुनावों की तरह चर्चा परिचर्चा होती काफी कम दिखाई पड़ रही हैं। हालांकि भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने गांवों, गांवों में दस्तक देनी शुरू कर दी हैं। परंतु मतदाताओं की खामोशी से वें भी परेशान बनें हुए हैं।
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थराली विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का कोई भी स्टार प्रचारक प्रचार करने अबतक नही पहुंचा है। भाजपा की ओर से भी केवल पिछले महीने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ही केवल थराली पहुंचे उन्होंने यहां पर रोड़ शो और रामलीला मैदान में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने ही अपने लिए वोट मांगे। गोदियाल अपने दम पर प्रतिद्वंदियों की नींद उड़ा रहे हैँ। इसके साथ ही भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी ने भी अपने लिए वोट मांगे।

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