राजनीति

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा का काॅमन सिविल कोड को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर पलटवार

देहरादून 29 जून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट के काॅमन सिविल कोड के सम्बन्ध में दिये गये बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा यदि लोकतंत्र में विश्वास रखती तो उसके नेता इस प्रकार के हिटलरशाही बयान नहीं देते।

उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक परम्परा में कोई भी निर्णय सदन में बिल लाकर सर्वसम्मति से लिया जाता है जिसमें विपक्ष की भी सहमति अथवा असहमति हो सकती है, परन्तु जिस प्रकार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कांग्रेस पार्टी का नाम लेकर काॅमन सिविल कोड के सम्बन्ध में बयान दिया गया है वह भाजपा की हिटलरशाही मानसिकता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा के नेताओं को देश के लोकतंत्र में विश्वास है? यदि भाजपा को लोकतंत्र में विश्वास है तो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को ज्ञात होना चाहिए कि कोई भी कानून बनने से पहले लोकतंत्र के सबसे बडी अदालत लोकसभा, विधानसभा में पारित होता है, सड़क पर हिटलरशाही बयान देकर नहीं।

करन माहरा ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट का बयान लोकतंत्र को चुनौती देने वाला बयान है। उन्होंने यह भी कहा कि जनहित में कोई भी कानून बनने से पहले सभी धर्मों का ध्यान रखा जाना चाहिए। परन्तु भारतीय जनता पार्टी के नेता केवल आने वाले चुनावों को देखकर बयानबाजी करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इसी प्रकार मोदी सरकार ने किसान विरोध काला कृषि कानून हिटलरशाही तरीके से पास कराया था। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सहमति और असहमति होती है तथा संख्या बल मजबूत होता है परन्तु किसी भी कानून को बनाते समय विपक्ष की राय भी सुनी जाती है, आज देश में ऐसी स्थिति उत्पन्न कर देश की जनता पर जबरन कानून थोपने की कोशिश की जा रही है जैसे कभी राजशाही के समय की जाती थी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने कहा कि भाजपा नेताओं की बढ़ती महंगाई, बढती बेरोजगारी, बिगडती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, उत्तराखण्ड जैसे पर्वतीय राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों से बढते पलायन तथा अपनी राज्य सरकारों की नाकामी से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए अपने आप को देश के संविधान से ऊपर रखकर सोची समझी रणनीति के तहत केवल चुनावी स्टंट वाली बयानबाजी है।

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